नई दिल्ली: वैश्विक नेताओं के G-20 वर्चुअल समिट का बुधवार को समापन हो गया है. इस समिट की अध्यक्षता प्रधानमंत्री मोदी कर रहे थे. इसके समापन समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने ग्लोबल साउथ की आवाज को एक बार फिर बुलंद किया. इस के चलते उन्होंने आतंकवाद, इजरायल-हमास युद्ध सहित कई मुद्दों पर जी-20 के सभी सदस्य देशों का ध्यान केंद्रित किया. उन्होंने कहा, "जब मैंने इस वर्चुल समिट का प्रस्ताव रखा था तो पूर्वमानुमान नहीं था कि आज की स्थिति कैसे होगी. बीते माहों में नई चुनौतियां उत्पन्न हुई हैं. पश्चिम एशिया देशों में असुरक्षा एवं अस्थिरता की स्थिति हम सबके लिए चिंता का विषय है. आज हमारा एक साथ आना इस बात का प्रतीक है कि हम सब सभी मुद्दों के प्रति संवेदनशील हैं तथा इनके समाधान के लिए एक साथ खड़े हैं. हम मानते हैं कि आतंकवाद अस्वीकार्य है. आम नागरिकों की मौत कहीं भी हो, निंदनीय है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज बंधकों को रिहा (हमास द्वारा इजरायली नागरिकों को) करने के समाचार का हम स्वागत करते हैं. उम्मीद करते हैं कि सभी बंधक जल्दी रिहा हो जाएंगे. मानवीय सहायता का समय से और निरंतर पहुंचना जरुरी है. यह सुनिश्चित करना भी आवश्यक है कि इजरायल और हमास की लड़ाई किसी प्रकार का क्षेत्रीय रूट धारण न कर ले. आज संकटों के जो बादल हम देख रहे हैं, वन फैमिली में वो ताकत है कि हम शांति के लिए काम कर सकते हैं. मानवीय कल्याण के दृष्टिकोण से हम आतंक और हिंसा के प्रति अपनी आवाज बुलंद कर सकते हैं. भारत इसके लिए कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए तत्पर है. उन्होंने कहा कि 21वीं सदी के विश्व को आगे बढ़ते हुए ग्लोबल साउथ की चिंताओं को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी होगी. ग्लोबल साउथ के देश ऐसी अनेक मुश्किलों से गुजर रहे हैं, जिनके लिए वे जिम्मेदार नहीं हैं. इस सिलसिले में समय की मांग है कि हम डेवलेपमेंट एजेंडा को अपना पूर्ण समर्थन दें. ये जरूरी है कि ग्लोबल इकोनॉमी एवं गर्वनेंस स्ट्रक्चर को बड़ा, बेहतर, प्रभावी और फ्यूचर रेडी बनाने के लिए उनमें रिफॉर्म लाए जाएं. जरूरतमंद देशों को समय से और आसान दरों पर सहायता सुनिश्चित करें. 2030 सतत विकास में तेजी लाने के लिए अपनाए गए प्लान को लागू करें. भारत में लॉकल स्तर पर विकास का एक उत्तम उदाहरण है हमारा एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम. मैं G20 देशों को, ग्लोबल साउथ को एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम के अध्ययन के लिए आमंत्रित करता हूं. आप देखेंगे कैसे इस प्रोग्राम ने 25 करोड़ लोगों के जीवन को भारत में बदल दिया है. विदेशी फंडिंग से मस्जिद निर्माण, अवैध रोहिंग्याओं को भारत भर में बसाना, राष्ट्र विरोधी गतिविधियां, 10 आतंकियों की गिरफ़्तारी से हुए बड़े खुलासे पत्नी को मायके से नहीं भेजा तो आगबबूला हुआ दामाद, ससुर के पेट में घोंप दिया चाकू और फिर... रात 12 बजे इस शहर में बीच सड़क पर छिड़ी जंग फिर हुआ 'कंस वध', जगह का नाम पड़ गया 'कंस चौराहा'