वॉशिंगटन : विदेश में कोई ना कोई भारतीय तो होता ही है जो अपनी पढाई के लिए या फिर अपनी नौकरी के जाता है. इसी कोई देखते हुए पिछले हफ्ते ही यूएस के सेंसेस बोर्ड ने अमेरिका में प्रवासियों के ताज़ा आंकड़े निकाले हैं. उन ताजा आंकड़ों के अनुसार अमेरिका में प्रवासियों की संख्या पूरी जनसंख्या के 14 फीसदी तक पहुंच चुकी है. जी हाँ, सीधी शब्दों में ये कह सकते हैं कि अमेरिका में रहने वाला हर सातवां व्यक्ति अमेरिका का नहीं है. एक अखबार के अनुसार आंकड़े अमेरिकी कम्यूनिटी सर्वे 2017 की रिपोर्ट के आधार पर है जो साल 2016 से 17 तक में बढ़ गए हैं. अमेरिका में भारत के रहने वाले लोगों की संख्या की ज्यादा है. ब्रिटेन में एकजुट हुए भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश के लोग इतना ही नहीं कहा जा रहा है कि पिछले सौ साल में अमेरिका में प्रवासियों की संख्या इतनी कभी नहीं रही यानी यहां हने वाले लोगों की संख्या में अब बढ़ोतरी होती जा रही है जिसका रिकॉर्ड भी दर्ज हो रहा है. इसके अलावा ये बात भी सामने आई है कि साल 1980 में अमेरिका में 16 में से सिर्फ एक ही व्यक्ति विदेशी होता था. द सेंटर फॉर इमीग्रेट स्टडीज ने जो अध्ययन किया है उनके डेटा के अनुसार यह निष्कर्ष निकाला गया कि साल 2010 से 2017 के बीच भारत से लगभग 8.30 लाख लोग अमेरिका पहुंचे हैं. सऊदी अरब ने विद्रोहियों की मिसाइलों को किया नष्ट, नहीं हुआ कोई घायल सिर्फ भारत से ही नहीं बल्कि चीन से भी 6.77 लाख लोग प्रवासी के तौर पर अमेरिका पहुंचे हैं और साल 2010 से 2017 के बीच भारत से पहुंचे प्रवासियों की संख्या 47 फीसदी की वृद्धि हुई और उसके बाद चीन के प्रवासियों की संख्या में 31 फीसदी और डोमिनिकन गणराज्य की संख्या में 32 फीसदी बढ़ी है. इसमें भी ये ध जा सकता है कि भारतियों की संख्या यहां भी ज्यादा ही है. खबरें और भी... अब अंतरिक्ष में भी कर सकेंगे शैम्पेन का सेवन पृथ्वी के पास मिला एक और ग्रह जहां बह रहा विशाल समुद्र