औपचारिक क्षेत्र में सरकार 'एक राष्ट्र, एक वेतन दिवस' सिस्टम लाने पर विचार कर रही है वर्किंग क्लास के कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए इस पर विचार किया जा रहा है और जल्द ही इसे लागू किया जाएगा। केंद्रीय श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने हाल ही में इसका जानकारी दी थी। यह एक सिस्टम है जिसके तहत औपचारिक क्षेत्र में काम कर रहे लोगों जिसमें वर्किंग क्लास शामिल हैं, उन्हें एक ही दिन सैलरी मिलेगी। दरअसल सरकार देश में सैलरी को लेकर एक जैसी व्यवस्था लागू करना चाहती है, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के कर्मचारियों और मजदूरों को एक ही दिन सैलरी मिले। विभिन्न क्षेत्रों के कर्मचारियों को समय पर सैलरी भुगतान के लिए पूरे देश में हर महीने एक दिन वेज-डे के लिए निश्चित होना चाहिए। ध्यान देने वाली बात ये है की इसके अलावा सरकार 'यूनिफॉर्म मिनिमम वेज प्रोग्राम' लाने के लिए भी विचार कर रही है। इन सभी योजनाओं का उद्देश्य मजदूरों की जिंदगी में सुधार लाना है। इसके अलावा सरकार व्यावसायिक सुरक्षा, हेल्थ एंड वर्किंग कंडीशन कोड (ओएसएच) और 'कोड ऑन वेजेज' लागू करने पर काम कर रही है। श्रम मंत्री ने बताया कि कारोबार को आसान बनाने के लिए सरकार विभिन्न सेक्टर की औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए सिंगल पेज 'सिंगल पेज' सिस्टम लाने की भी तैयारी कर रहा है। इसके अलावा एक ऐसा सिस्टम भी लाने की तैयारी में हैं जो बिना किसी इंसान की दखल के ऑनलाइन 48 घंटे के भीतर समस्याओं का निपटारा करें। प्रबंधक और तकनीकी अधिकारी के पदों पर वैकेंसी, बी.टेक पास करें अप्लाई वरिष्ठ रेजिडेंट के पदों पर वैकेंसी, सैलरी 100000 रु अकादमिक सहयोगी के पदों पर वैकेंसी, स्नातक पास करें अप्लाई