आज हम एक ऐसे मंदिर के बारे में चर्चा करने वाले है जिसके बारे में आप शायद ही जानते हों। यूं तो शक्ति के कई दिव्य स्थल हैं जहां श्रद्धालु देवी आराधना करते हैं। ईश्वर की शक्ति मां स्वरूप में और देवी स्वरूप में श्रद्धालुओं के दुखों को दूर करती है। इन स्थलों में एक स्थल है श्री कालिका आई बापूजी बुवा देव स्थान। यह महाराष्ट्र राज्य में रायगढ़ जिले की शिरवली पोस्ट में स्थित है। ग्राम पंचायत निजामपुर यहां से काफी करीब है। यह स्थल शिव और शक्ति के आराधना स्थल के तौर पर लोकप्रिय है। दरअसल एक छोटे टीले पर प्रतिष्ठापित यह मंदिर मां पार्वती के कालिका स्वरूप और शिवजी के बापूजी बुवा स्वरूप के लिए जाना जाता है। दरअसल यहां पर भगवान शिव बापूजी बुवा के रूप में प्रतिष्ठापित हैं। एक दिलचस्प बात है कि यहां पर श्री कालिका माता का मुख अन्य दिशा में है तो बापूजी बुवा का मुख दूसरी दिशा में है। यही नहीं कालिका देवी भगवान बापूजी बुवा से रूठ गई थीं। रूठने के कारण माता यहां से जाने लगी थीं लेकिन फिर श्रीकालिका माता को बापूजी बुवा ने रोका। मंदिर परिसर में द्वारपाल भी हैं। मंदिर में श्री कालिका माता और बापूजी बुवा के पूजन के साथ इन द्वारपालों का पूजन भी करना होता है। इस मंदिर में माता को मान्यता के अनुसार कई तामसिक और सात्विक पदार्थों का भोग भी लगाया जाता है। मगर बापूजी बुवा को पुरण का भोग लगाया जाता है। भगवान की कृपा से श्रद्धालुओं के सारे काम बन जाते हैं। यहां चैत्र मास में जत्रा का आयोजन होता है। इस दौरान माता के दरबार में श्रद्धालुओं की कतार लगी रहती है। नवरात्रि और शुक्रवार को भी श्रद्धालु यहां पूजन करते हैं। नहीं गूँज रही अगर आपके भी घर बच्चे की किलकारी तो कर लें ये काम पाप और पुर्ण्य के दो घड़े होते है हर मनुष्य के जीवन में नहीं लगता बच्चे का मन पढ़ाई में तो कर लें ये काम अशुभ संकेतों को पहचान कर ऐसे बताते है जानवर