आज रविवार है अर्थात सूर्य का दिन है .धरती पर सूर्य देवता को साक्षात देव माना गया है ,क्योंकि यह हमें दिखाई देते हैं .सूर्य को शक्ति का स्वरूप माना जाता है .हिंदू धर्म में सूर्य को पंचदेवों में से एक माना गया है.सूर्य के बिना न फसलों का जीवन है और न हमारा .धूप जीवन के लिए अनिवार्य है .भविष्य पुराण में सूर्यदेव की पूजा से हर तरह की परेशानी से बचने का उल्लेख किया गया है . ज्योतिषाचार्यों के अनुसार सूर्यदेव को रोज सुबह तांबे के लोटे में पानी लेकर अर्घ्य देने से सभी ग्रहों के दोष दूर हो सकते हैं. सूर्य को अर्घ्य देते समय अगर कुछ विशेष मंत्रों का जाप किया जाए तो शुभ फल जल्दी मिलता है. ऐसे पांच मंत्र हैं जिनमें से किसी एक मंत्र का जाप सूर्य को अर्घ्य देते समय करना चाहिए . सूर्य मंत्र : 1. ऊं घृ‍णिं सूर्य: आदित्य: 2. ऊं ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा. 3. ऊं ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकर:. 4. ऊं ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्यः क्लीं ॐ 5. ऊं ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः विधि : सुबह स्नान करने के बाद तांबे के लोटे में स्वच्छ पानी लेकर सूर्यदेव की ओर मुख करके धीरे-धीरे अर्घ्य अर्पित करते हुए ऊपर बताए गए मंत्रों में से किसी एक मंत्र का जाप करें.अर्घ्य देने के बाद सूर्यदेव को प्रणाम कर अपनी समस्या के निवारण के लिए प्रार्थना करें. इस सूर्य मंत्र से समस्या का समाधान होकर सुख -शांति मिल सकती है . यह भी देखें ये तीन अक्षर दूर करते हैं घर में आया वास्तुदोष 17 जून इन राशि वाले लोगों के लिए हैं बेहद ख़ास