नई दिल्ली: देश के सभी बड़े शहरों में प्याज के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इसमें जल्द राहत मिलने के कोई आसार भी नज़र नहीं आ रहे हैं। गुरुवार को प्याज का अधिकतम दाम 110 रुपये किलोग्राम तक जा पहुंचा। वहीं प्याज का औसत बिक्री मूल्य 70 रुपये प्रतिकिलो रहा। ये जानकारी सरकारी आंकड़ों से हासिल की गई है। इस बीच दिल्ली सरकार ने केंद्र से आग्रह करते हुए कहा है कि वह दिल्ली में प्याज की आपूर्ति बहाल करे और 60 रुपये प्रतिकिलो की जगह 15.60 रुपये प्रतिकिलो की दर से प्याज की उपलब्धता सुनिश्चित करे। दिल्ली के खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री इमरान हुसैन ने कहा है कि ऐसा नहीं लगना चाहिए कि सरकार जरुरी खाद्य पदार्थ पर लाभ उठा रही है। हुसैन ने इल्जाम लगाते हुए कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नैफेड) ने प्याज की आपूर्ति रोक दी है। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में प्याज की सबसे कम कीमत 38 रुपये प्रतिकिलो मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले में है। व्यापारियों का कहना है कि प्याज की कीमतों में 15 दिसंबर से पहले कोई गिरावट आने की संभावना नहीं दिख रही है। ऐसे में ना सिर्फ प्याज की जमाखोरी हो रही है बल्कि दाम भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं। यदि इस जमाखोरी के खिलाफ कदम उठाए जाएं तो प्याज के दाम बहुत कम हो सकते हैं। पेट्रोल-डीजल की कीमतों में फिर लगी आग, जानिए आज के दाम बिग बाजार पर लगा 11,500 रुपये का जुर्माना, ग्राहक से कैर्री बैग के लिए वसूले था एक्स्ट्रा चार्ज भारतीय नागरिकों ने विदेश से भारत में अपने परिवार को भेजे औसतन 3.15 लाख रु