नई दिल्ली। एक ओर जहाॅं देशभर के कुछ भागों में प्याज की ट्राॅलियों से कृषि उपज मंडी समितियों की ओर जाने वाली सड़कों पर जाम लगा हुआ था और मध्यप्रदेश में प्याज लगभग 8 रूपए प्रति किलो के समर्थन मूल्य पर उपलब्ध हो रहा था वही प्याज अब देश के कुछ भागों में 30 रूपए प्रति किलो से 35 रूपए प्रति किलो के दाम पर उपलब्ध हो रहा है। हालात ये हैं कि कुछ क्षेत्रों पर इसकी कीमत कुछ कम है मगर यहाॅं भी प्याज का खुदरा मूल्य लगभग 20 रूपए प्रति किलो पर बना हुआ है। प्याज के दाम बढ़ने से सरकार की चिंता बढ़ गई है। खाद्य मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार प्याज की आवक बेहद कम हो गई है मगर रिटेल के दाम में प्याज अधिक महंगा हो गया है। अभी तक तो प्याज के कटने से लोगों की आॅंखों में आॅंसू निकलते थे मगर अब तो बिन कटे ही केवल प्याज के दाम देखकर ही लोग रोने लगे हैं। बाजार में प्याज के दाम बढ़ने का कारण इसकी आवक कम होना बताया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि टमाटर भी बाजार में महंगे दाम पर उपलब्ध है। टमाटर लगभग 80 रूपए प्रति किलो के दाम पर उपलब्ध है। बताया जा रहा है कि मध्यप्रदेश सरकार ने जिस प्याज की खरीदी की थी उसमें से अधिकंाश प्याज बारिश में गीली होकर सड़ गई है। टमाटर ने बिगाड़ा रसोई का बजट, टमाटर के भाव शतक के करीब पहुंचे अब ग्राहकों के आंसू निकालने की तैयारी में प्याज