चेन्नई: तमिलनाडु के मदुरै जिले में बुधवार की देर रात कोरोना वायरस संक्रमित एक 54 वर्षीय शख्स की मौत हो गई थी। उसकी अंतिम यात्रा में घरवालों को छोड़कर कोई भी अन्य व्यक्ति शामिल नहीं हुआ। शव को दफनाने के वक़्त केवल उसकी पत्नी, बेटा और दो भाई ही शामिल हुए। उसका शव मेलामदाई कब्रिस्तान में दफना किया गया। अन्ना नगर के निवासी इस शख्स को बुधवार देर रात स्वास्थ्य मंत्री सी विजयबास्कर ने मृत घोषित किया था। उसका उपचार सरकारी राजाजी अस्पताल (जीआरएच) में हो रहा था। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मृतक पहले से ही डायबटीज, हाइपरटेंशन, सांस सहित कई बिमारियों से ग्रसित था। अधिकारियों ने अस्पताल की प्रक्रियाएं पूरी कीं और उसके बाद उसकी लाश तक़रीबन 3.30 बजे जीआरएच से सीधे कब्रिस्तान भेजा गया। यहां पर गड्ढे को खोदने का कार्य पूरा होने तक शव को वाहन के भीतर ही रखा गया। परिवार के सदस्यों के अलावा, शव के साथ माधिचियम स्टेशन की एक पुलिस टीम भी उपस्थित थी। दफन करने के दौरान कोई मेडिकल टीम या स्वच्छता अधिकारी मौजूद नहीं थे। दफनाने का कार्य सुबह 5 बजे तक पूरा हो गया। इस बीच, जिला प्रशासन द्वारा गली में जाने वाले सभी रास्तों को ब्लॉक कर दिया गया था। जिस स्थान पर मृतक का घर था उस रोड पर बने सभी 60 घरों के सभी लोगों को निगरानी में रखा गया है। इसके साथ ही, विशेष सड़क के दोनों तरफ की एक गली को भी बंद कर दिया गया है। लॉकडाउन : गोवा सरकार कैसे लोगों को पहुंचा पाएगी आवश्यक सामग्री ? कोरोना और लॉकडाउन का असर, कौड़ियों के भाव बिकने लगेगा तेल लॉकडाउन के बीच LPG सिलिंडरों के लिए मची मारामारी, 200 फीसद बढ़ गई बुकिंग