चेन्नई: हाल ही में तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में अंतरराष्ट्रीय इस्लामी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर (HuT) से जुड़े छह लोगों की गिरफ्तारी केंद्रीय एजेंसियों के लिए चिंता का विषय है। मई में गिरफ़्तार किए गए छह लोगों में हमीद हुसैन शामिल हैं, जिनके पास मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डॉक्टरेट की डिग्री है और 2021 तक वे कॉलेजों में इंजीनियरिंग पढ़ाते थे, उनके पिता अहमद मंसूर और भाई अब्दुल रहमान और तीन अन्य - मोहम्मद मौरिस, खादर नवाज़ शेरिफ और अहमद अली। उन पर गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत मामला दर्ज किया गया है। सूत्रों के अनुसार, वे बंद कमरे में बैठकें करते थे और चेन्नई में मॉडर्न एसेंशियल एजुकेशन ट्रस्ट चला रहे थे, जहाँ बैठकें और गतिविधियाँ आयोजित की जाती थीं। इस समूह का नेतृत्व अन्ना विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर कर रहे हैं। सूत्रों ने बताया है कि, "वे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल वीडियो और खिलाफत शासन (इस्लामी राज) के विचार को बढ़ावा देने के लिए कर रहे थे। उनके एक सहयोगी ने वीडियो में कहा कि मुसलमान ही एकमात्र ऐसे लोग हैं जो धरती पर रह सकते हैं, क्योंकि वे सबसे अच्छे हैं।" सूत्रों ने बताया कि, "हम यह जांच कर रहे हैं कि क्या भारत में उनके और भी सहयोगी हैं। ये समूह भारत में शरिया कानून लागू करना चाहते हैं और लोकसभा चुनावों का विरोध कर रहे थे। हालांकि यह छोटा समूह है, लेकिन खिलाफत का प्रचार करके अपने नेटवर्क का विस्तार करना चाहता है।" एजेंसियों को लगता है कि उन्होंने अचानक भारत में इस संगठन की शुरुआत की है, जो यूनाइटेड किंगडम (UK) और बांग्लादेश में प्रतिबंधित है, संभवतः नई जमीन तलाशने के लिए वे भारत में पैर पसर रहे हैं। वे उनके फंडिंग के स्रोत और हैंडलर्स की भी जांच कर रहे हैं और यह भी पता लगा रहे हैं कि क्या उनकी कोई आतंकी गतिविधि करने की योजना है। एक सूत्र ने कहा कि, "वे अत्यधिक कट्टरपंथी हैं और आतंकी संगठनों से प्रेरित हैं।" सूत्रों ने बताया कि इन छह लोगों ने HUT प्रचार पुस्तक भी प्रकाशित की थी और इसकी एक प्रति गिरफ़्तार किए गए एक आरोपी अहमद मसूर के पास से मिली थी। इस पुस्तक में खिलाफत की स्थापना के बारे में भी बताया गया है। सूत्रों ने कहा, "इस समूह को जनवरी 2024 में UK में प्रतिबंधित कर दिया गया था। प्रतिबंध से उन्हें जो प्रचार मिला, उससे संभवतः इन छह लोगों को इस समूह के बारे में पता चला और उन्होंने भी खिलाफत का प्रचार करना शुरू कर दिया।" ब्रिटेन ने इस समूह की तुलना आतंकवादी संगठन अलकायदा और इस्लामिक स्टेट ऑफ़ इराक एंड सीरिया (ISIS) से की थी। सूत्रों ने बताया कि यद्यपि HuT के विश्व भर में ज्यादा आतंकवादी नहीं हैं, फिर भी उनके सदस्य अत्यधिक कट्टरपंथी हैं। 'कुकी उग्रवादियों को दण्डित करने की जरूरत..', बौद्ध भिक्षु अशीन विराथु का बड़ा बयान चुनावी नतीजों पर RSS की टिप्पणी से सियासी हलचल तेज, कल संघ प्रमुख भागवत से मिलेंगे सीएम योगी पुणे पोर्शे कांड को लेकर हुआ बड़ा खुलासा, नाबालिग आरोपी और दोस्तों ने पब में पी थी 90 हजार रुपये की शराब