इंदौर : मध्य प्रदेश में कोरोना के सबसे ज्यादा मरीज इंदौर में मिले है. वहीं, लॉकडाउन खुलने के बाद मिल रहे कोरोना पॉजिटिव मरीजों ने स्वास्थ्य विभाग की दिक्कतें और बढ़ा दी हैं. लॉकडाउन के पहले कांटैक्ट ट्रेसिंग में दिक्कत नहीं आती थी, लेकिन अब यह सबसे बड़ी परेशानी बन गई है. जो व्यक्ति पॉजिटिव आ रहे हैं, वे कई जगह जा चुके होते हैं. ऐसे में हाई रिस्क कांटैक्ट ट्रेसिंग बड़ी चुनौती बन गई है. हालांकि विभाग लक्षण दिखने पर ही लोगों को क्वारंटाइन सेंटर भेजा जा रहा है. लक्षण नहीं हैं तो 14 दिनों तक होम आइसोलेट रखा जा रहा है. दरअसल, 1 जून से बाजार खुलने के साथ ही लोगों ने भी अपनी जरूरत के मुताबिक बाहर जाना शुरू कर दिया है. अब लगभग सभी सामान के लिए बाजार में दुकानें खुल रही हैं. इधर, अभी भी शहर से कोरोना पॉजिटिव मरीजों का मिलना जारी है. अब ऐसी कॉलोनियों से भी लोग मिल रहे हैं जो शहर के बाहरी इलाकों में हैं या पहले वहां से एक भी केस सामने नहीं आया. शहर के लोग सामान्य जिंदगी की तरफ लौटते हुए ऑफिस, दुकान व अपने व्यापार के लिए निकल रहे हैं. इससे वे अधिक लोगों के संपर्क में आ रहे हैं. आपको बता दें की इससे कोरोना का खतरा और भी बढ़ सकता है. इस दौरान कोई पॉजिटिव आ रहा है तो वह स्पष्ट नहीं बता पा रहा कि किस-किस जगह पर गया था. टीम को मरीज सहित पूरे परिवार की काउंसलिंग कर इसकी जानकारी जुटानी पड़ रही है. पहले कांटैक्ट ट्रेसिंग के दौरान परिवार के सदस्यों को क्वारंटाइन सेंटर व कुछ अन्य लोगों को होम आइसोलेट करने में आसानी होती थी. अब अन्य सभी की जानकारी जुटाना बड़ी चुनौती बन रहा है. लोगों के लिए विभिन्ना जगहों की कांटैक्ट हिस्ट्री याद रखना मुश्किल है. मध्य प्रदेश में तीन दिन तक अच्छी बारिश की संभावना कम भारत-चीन हिंसा में जबलपुर के ओएफके कर्मी के भाई राजेश ओरांग हुए शहीद उज्जैन में कोरोना का कहर है जारी, रतलाम में मिले सात नए संक्रमित