रांची: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू यादव कम होने का नाम नहीं ले रहीं हैं. बीते एक वर्ष से वो कानूनी मोर्चे के साथ ही स्वास्थ्य से संबंधित परेशानियों से भी जूझ रहे हैं. चारा घोटाले से संबंधित मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद से लालू यादव के लिए संकट का दौर चल रहा है. लालू को रांची के राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ (RIMS) अस्पताल के प्राइवेट वार्ड में भर्ती हुए एक वर्ष होने आया है. लालू को गत वर्ष 30 अगस्त को RIMS में भर्ती कराया गया था. अस्पताल में लालू के स्वास्थ्य पर निगाह रखने वाले डॉक्टर एके झा ने जानकारी देते हुए बताया है कि एक वर्ष में उनके शरीर पर फफोलों (Boil-Abscess) को हटाने के लिए 7 बार ऑपरेशन किया गया है. पिछले रविवार से वो पीठ के नीचे फिर फफोला उभर आने के कारण दर्द से परेशान थे. वो ठीक तरह से बिस्तर पर लेट भी नहीं पा रहे थे. इसके बाद चिकित्सकों ने फफोले को हटाने के लिए फिर एक बार माइनर सर्जरी का फैसला किया. बुधवार शाम को डॉक्टर संदीप कुमार ने इस सर्जरी को अंजाम दिया. रिम्स के चिकित्सकों के लिए लालू यादव के रक्त चाप (BP) में भी उतार चढ़ाव चिंता का विषय है. डॉक्टर झा के अनुसार, लालू यादव के रक्तचाप को बारीकी से मॉनिटर किया जा रहा है. उनके रक्त चाप को दिन में तीन बार मापने के निर्देश दिए गए हैं. पीएम मोदी को लेकर फिर बदले 'शत्रु' के सुर, ट्विटर पर कही ये बात केंद्र ने जम्मू-कश्मीर से जुड़े मुद्दों की निगरानी के लिए जीओएम का किया गठन पीएम मोदी की प्रशंसा करने वाले जयराम रमेश के अपने ही हुए हमलावर