भारत के इस राज्य में पूरी तरह ख़त्म हुआ विपक्ष, एकमात्र विपक्षी विधायक ने भी थामा सत्ताधारी दल का दामन

गंगटोक: सिक्किम के विपक्षी दल, सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (SDF) के एकमात्र विधायक तेनजिंग नोरबू लाम्था ने सत्तारूढ़ सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (SKM) की सदस्यता ले ली, जिससे अब राज्य में विपक्ष पूरी तरह ख़त्म हो गया। उन्होंने इसका कारण बताते हुए कहा कि जनता का मूड मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग की अगुवाई वाले SKM के पक्ष में है।

लाम्था ने मीडिया से कहा कि, "मैंने अपने मतदाताओं से सलाह ली जिन्होंने मुझे SKM में शामिल होने का सुझाव दिया, क्योंकि मूड और गति सत्तारूढ़ पार्टी के पक्ष में है।" सीएम तमांग के नेतृत्व की सराहना करते हुए लाम्था ने कहा कि "SKM सरकार ने विगत पांच वर्षों में राज्य के विकास और लोगों के कल्याण के लिए जबरदस्त काम किया है, इसलिए जनता ने भी सत्तारूढ़ पार्टी के प्रदर्शन की सराहना करते हुए उसे भारी बहुमत दिया है।" सियारी निर्वाचन क्षेत्र से पहली बार विधायक बने लाम्था ने कहा कि लोगों ने स्पष्ट रूप से संदेश दिया है कि सिक्किम विधानसभा में और बाहर SKM के विरोध की कोई आवश्यकता नहीं है, जैसा कि जनादेश में साफ़ दिखाई देता है।

इससे पहले, मुख्यमंत्री ने लमथा का SKM परिवार में स्वागत करते हुए कहा, "मुझे आज अपने आधिकारिक आवास मिंटोकगैंग में 23-सियारी निर्वाचन क्षेत्र से विधायक तेनजिंग नोरबू लमथा से मिलकर खुशी हुई।" उन्होंने फेसबुक पोस्ट में कहा, "वे आधिकारिक तौर पर हमारे SKM परिवार में शामिल हो गए हैं।" हालाँकि,  इससे एक सवाल भी उठता है कि कई लोग कहते हैं कि, स्वस्थ लोकतंत्र के लिए विपक्ष बेहद जरूरी है, तो क्या ये माना जाए की सिक्किम में लोकतंत्र ख़त्म हो गया है ? 

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