मणिपुर हिंसा पर विपक्ष ने माँगा अमित शाह का इस्तीफा, लगाया गंभीर आरोप

इम्फाल: कांग्रेस ने मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस्तीफा मांगा है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मणिपुर में हालात लगातार बिगड़ रहे हैं और 3 मई से राज्य में हिंसा हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर की स्थिति पर चुप हैं और वहां के हालात की चिंता किए बिना अन्य स्थानों का दौरा कर रहे हैं। कांग्रेस की मांग है कि प्रधानमंत्री मोदी मणिपुर का दौरा करें, वहां के नेताओं और सामाजिक संगठनों से मिलें, और राहत शिविरों का निरीक्षण करें।

रमेश ने यह भी कहा कि मणिपुर में लंबे समय से एक पूर्णकालिक गवर्नर की नियुक्ति नहीं की गई है, जो राज्य में शांति व्यवस्था सुनिश्चित कर सके। उन्होंने यह सवाल उठाया कि क्यों एक आदिवासी महिला राज्यपाल को हटाया गया और क्या इसका कारण उनकी मानसिकता है। कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया कि गृह मंत्री ने मणिपुर के मुख्यमंत्री की विफलता पर कोई ध्यान नहीं दिया और बीजेपी के विधायक इस्तीफे दे रहे हैं, बावजूद इसके गृह मंत्री मुख्यमंत्री को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। इसके अलावा, कांग्रेस ने ड्रग्स माफिया पर प्रभावी कार्रवाई की मांग की है। रमेश ने सवाल किया कि अगर सरकार इस पर सख्त कदम उठाना चाहती है, तो केस को क्यों लंबित रखा गया है और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) का उपयोग क्यों नहीं किया गया। 

मणिपुर में स्थिति तब और तनावपूर्ण हो गई जब जिरिबाम में तीन शव नदी से मिले, जिसके बाद गुस्साए लोगों ने बीजेपी विधायकों और मंत्रियों के घरों पर हमला किया। मंत्री के न मिलने पर लोगों ने घरों में तोड़फोड़ और आगजनी की। इस घटना के बाद इंफाल में प्रदर्शन हुए और कर्फ्यू लागू किया गया। सात जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। आरोप है कि उग्रवादियों ने इन महिलाओं और बच्चों का अपहरण कर उनकी हत्या कर दी। 

सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मणिपुर की स्थिति पर चर्चा करने के लिए एक अहम बैठक करेंगे और सुरक्षा उपायों की समीक्षा करेंगे। गृह मंत्रालय ने सुरक्षा बलों को शांति स्थापित करने के लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।

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