नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर एक बार फिर से निशाना साधते हुए आरोप लगाया है कि विपक्ष संसद के मानसून सत्र को सही तरीके से चलने नहीं दे रहा है। मंगलवार को भाजपा सांसदों की एक मीटिंग में प्रधानमंत्री ने विपक्ष के इस बर्ताव को संसद, संविधान, लोकतंत्र तथा नागरिकों का अनादर बताया। एक सप्ताह में यह दूसरी बार है जब पीएम ने पेगासस, कोविड प्रबंधन, कृषि कानून सहित कई मसलों पर संसद के दोनों सदनों में खूब विरोध प्रदर्शन कर रहे विपक्ष पर हमला बोला है। वही भाजपा संसदीय दल की मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में विपक्ष के हंगामे को लेकर बताया कि यह लोकतंत्र तथा जनता दोनों का अनादर है। बीते सप्ताह भाजपा सांसदों को संबोधित करते हुए भी पीएम ने बताया था कि विपक्षी दल जानबूझकर ऐसा बर्ताव कर रहे हैं जिससे सरकार गतिरोध दूर करने की अपनी कोशिशों में कामयाब ना हो पाए। प्रधानमंत्री ने कहा था कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के इस बर्ताव की जनता के समक्ष पोल खोलने की जरुरत है। ध्यान हो कि संसद में कई मसलों पर बार-बार रुकावट देखी जा रही है। संसद का मानसून सत्र 19 जुलाई को आरम्भ हुआ था। विपक्षी दलों के निरंतर हंगामे के कारण संसद के कामकाज पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। इससे पूर्व पीएम नरेंद्र मोदी ने बोला था कि विपक्ष के नकारात्मक रुख से उन्हें कोई उम्मीद नहीं है। पीएम नरेंद्र मोदी ने (27 जुलाई) संसद में निरंतर हंगामा करने तथा कार्यवाही में व्यवधान डालने के लिए कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों को आड़े हाथों लिया था तथा भाजपा के सांसदों से विपक्ष के इस बर्ताव की जनता के समक्ष पोल खोलने का आग्रह किया था। मानसून सत्र: संसद में विपक्ष का हंगामा जारी, फिर स्थगित हुई लोकसभा और राज्यसभा भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व आज कर्नाटक मंत्री सूची को अंतिम रूप देने का होगा कार्यक्रम दूसरी बार इस्माइल हनीयेह चुने गए हमास प्रमुख