नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा सांसद राहुल गांधी, सुप्रीम कोर्ट द्वारा मोदी उपनाम मामले में आपराधिक मानहानि की सजा को निलंबित किए जाने के बाद संसद में प्रवेश कर चुके हैं। अब सूत्रों ने जानकारी दी है कि, राहुल आज निचले सदन में नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास पर बहस शुरू करेंगे। सूत्रों ने बताया है कि राहुल गांधी के पार्टी सहयोगी गौरव गोगोई और मनीष तिवारी कांग्रेस के अन्य वक्ता होंगे। राहुल ने लोकसभा में अपना अंतिम भाषण 7 फरवरी, 2023 को दिया था, जब उन्होंने राष्ट्रपति के भाषण पर बहस में हिस्सा लिया था। रिपोर्ट के अनुसार, आज मंगलवार (8 अगस्त) से लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू होगी। सूत्रों के मुताबिक, चर्चा के लिए 12 घंटे का समय इस पर चर्चा के लिए तय किया गया है। इसमें भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लिए लगभग 6 घंटे 41 मिनट और कांग्रेस पार्टी के लिए करीब 1 घंटे 15 मिनट का समय तय किया गया है। वहीं, युवजन श्रमिका रायथू कांग्रेस पार्टी (YSRCP), शिवसेना, जनता दल-यूनाइटेड (JDU), बीजू जनता दल (BJD), बहुजन समाज पार्टी (BSP), भारत राष्ट्र समिति (BRS) और लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) को कुल 2 घंटे का समय दिया गया है। यह समय, सदन में पार्टी सदस्यों की संख्या के हिसाब से बांटा गया है। वहीं, अन्य छोटे दलों और निर्दलीय सांसदों के लिए 1 घंटा 10 मिनट की समय सीमा तय की गई है। 10 अगस्त को जवाब देंगे पीएम मोदी:- मणिपुर में हिंसा पर विस्तृत चर्चा और प्रधानमंत्री के बयान की विपक्ष की मांग को लेकर गोगोई द्वारा भाजपा नीत राजग सरकार के खिलाफ पेश अविश्वास प्रस्ताव पर मोदी 10 अगस्त को बहस का जवाब देंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राहुल बोलेंगे, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को कहा, "(राहुल गांधी) निश्चित रूप से बोलेंगे।" बता दें कि, I.N.D.I.A गठबंधन में शामिल विपक्षी दलों द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को पिछले सप्ताह लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने स्वीकार कर लिया था। लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस से पहले भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को अपने संसदीय दल की बैठक बुलाई है। धीरेंद्र शास्त्री की कथा में बोले कमलनाथ- 'बागेश्वर महाराज यहां आए, ये हम सबका सौभाग्य है' ज्ञानवापी की 155 वर्ष पुरानी तस्वीर, दीवार पर दिखे बजरंग बली, अमेरिका के म्यूजियम में आज भी मौजूद है यह फोटो संसद में गूंजा 'चीन-कांग्रेस' के गुप्त रिश्तों का मुद्दा, 2008 में हुई थी एक सीक्रेट डील, क्या वाकई दोनों 'भारत' के खिलाफ ?