नई दिल्ली : केंद्र सरकार द्वारा 500 रूपए और 1000 रूपए के नोट बंद किए जाने के निर्णय के बाद विपक्षियों द्वारा सवाल उठाए जा रहे हैं। कांग्रेस द्वारा कहा जा रहा है कि सरकार ने बिना तैयारी के नोट बंद कर दिए हैं। अब विपक्ष संसद के आगामी सत्र में नोट बंदी के इस निर्णय का विरोध करने की तैयारी में है। गौरतलब है कि तृणमूल कांग्रेस द्वारा तो पहले ही नोटबंदी के निर्णय की आलोचना की जा चुकी हैै। सरकार द्वारा 500 रूपए और 1000 रूपए के नोट बंद करने के निर्णय पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि कांग्रेस सदन में इस मामले को रखना चाहती है तो कोई बात नहीं सरकार अपनी ओर से आरोपों का जवाब देने के लिए तैयार है। कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा कि यदि कोई कालेधन को रोकना चाहता है तो फिर यह देशहित में है हम उनके साथ हैं, मगर इस तरह के कई ग्रामीण क्षेत्र हैं जहां पर एटीएम बंद नहीं है। ऐसे में लोग क्या करेंगे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार जल्द ही एटीएम में 2000 रूपए के नोट डालेगी, जिससे लोगों की सुविधा बढ़ेगी। गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी के संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कालेधन की परेशानी हल करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्विस बैंक खाताधारकों के विरूद्ध कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ईमानदार कारोबारियों को परेशान न करें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कालाधन रखने और अनुपातहीन संपत्ती जमा करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा। 30 दिसंबर तक नोट जमा करने की अवधि समाप्त होने के बाद आगे और कदम उठाने के संकेत उन्होंने दिए। गौरतलब है कि जापान में भारतीय समुदाय को संबोधित करते समय भी पीएम मोदी ने किसी का नाम लिए बिना कहा था कि बेहिसाबी संपत्ती रखने के मामले में वे आजादी से लेकर अब तक का हिसाब लेंगे।