नई दिल्ली: भारत और चीन के जवानों के बीच गलवान घाटी के पास हिंसक झड़प हुई है. इस झड़प में इंडियन आर्मी के एक अफसर और दो जवान शहीद हो गए हैं. पिछले काफी लंबे समय से लद्दाख में जारी तनातनी के बीच अब मामला गंभीर होता जा रहा है. इस खबर के बाद अब विपक्ष की तरफ से सवाल खड़े किए गए हैं, साथ ही सरकार से स्थिति स्पष्ट करने के लिए कहा गया है. उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को ट्वीट करते हुए लिखा है कि 'गलवान वैली, लद्दाख से चीनी मुठभेड़ में हमारे कमांडिग ऑफ़िसर और दो सैनिकों की शहादत का समाचार मिला है. भावपूर्ण नमन. सरकार से इन हालातों में भारत-चीन सीमा पर वास्तविक स्थिति के स्पष्टीकरण की अपेक्षा है.' जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने अपने ट्वीट में लिखा गया कि यदि सैनिक वापसी के दौरान की प्रक्रिया में हमारे तीन जवान शहीद हो गए हैं, तो जंग की परिस्थिति में क्या होगा. AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी ट्वीट करते हुए सवाल उठाया है. ओवैसी ने कहा है कि अगर ये हुआ है तो सरकार को तत्काल सफाई देनी चाहिए और देश को मामले की सच्चाई बताना चाहिए. मंगलवार को हुई इस घटना को लेकर सेना की तरफ से बयान जारी किया गया है. इंडियन आर्मी की तरफ से जारी किए गए आधिकारिक बयान में कहा गया है कि, ‘गलवान घाटी में सोमवार की रात को डि-एस्केलेशन की प्रक्रिया के दौरान भारत और चीन के जवानों के बीच हिंसक झड़प हुई. इस दौरान इंडियन आर्मी के एक अफसर और दो जवान शहीद हो गए हैं. दोनों देशों के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी इस समय इस मामले को शांत करने के लिए बड़ी बैठक कर रहे हैं’. 16 प्रतिशत महंगा हुआ हवाई ईंधन, बढ़ सकता है फ्लाइट किराया EPFO ने प्रारंभ की विशेष सुविधा, कही से भी कर सकते है दावों का निपटारा अगर दिल्ली से कर्नाटक जाने की कर रहे तैयारी तो, इस परिस्थिति का करना होगा सामना