नई दिल्ली: राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने आज अपना एकदिवसीय उपवास तोड़ चुके हैं. सुबह-सुबह JDU नेताओं ने उन्हें जूस पिलाकर उपवास समाप्त करवाया. वहीं राज्यसभा में 20 सितंबर को विपक्ष के हंगामे से नाराज होकर कल 24 घंटे के उपवास का ऐलान किया था, जो सुबह समाप्त हो गया. विपक्ष ने की धरना प्रदर्शन की तैयारी: आज भी मानसून सत्र के हंगामेदार रहने का अनुमान है. विपक्षी पार्टियां बैठक होने वाली हैं. धरना प्रदर्शन की भी तैयारी है, लेकिन गवर्नमेंट की चुनौती आज राज्यसभा में उन विधेयक को पास कराने की है, जिन्हें कल लोकसभा से पास किया गया. लिहाजा उच्च सदन की कार्यवाही को दोपहर एक बजे के बाद भी जारी रखने का फैसला लिया गया है. सूत्रों के मुताबिक लोक सभा की कार्यवाही शाम 6 बजे शुरू होगी. कहा जा रहा है कि जिसके साथ ही कार्यवाही अनिश्चितकालीन के लिए स्थगित कर की जा चुकी है. इन मांगों पर अड़ा है विपक्ष: सबसे बड़ा केस राज्यसभा से 8 सांसदों के निलंबन वाला है. विपक्ष एक स्वर में बोला जा रहा है कि सभी सांसदों का निलंबन वापस किया जाए. साथ ही अन्य 3 मांगों को लेकर भी विपक्ष सरकार के विरुद्ध लामबंद है. उनकी मांगें हैं कि गवर्नमेंट तय करे कि MSP से नीचे फसलों की खरीदारी नहीं हो. दूसरी ये कि MSP को स्वामीनाथन कमेटी के फॉर्मूले के हिसाब से निर्धारित किया जाए और 3 मांग है- सरकार सुनिश्चित करे कि FCI या राज्य की एजेंसियां तय MSP पर ही कृषकों से खरीदारी करें. राष्ट्रपति से आज मिल सकता है विपक्ष: राज्यसभा में हुए हंगामे की गूंज अब तक सुनाई पड़ रही है. केस कृषकों से जुड़ा है. विपक्ष इस मुद्दे पर पीछे नहीं हटना चाहता. मोर्चाबंदी की जा रही है. कांग्रेस की अगुवाई में 17 विपक्षी पार्टियों ने मंगलवार को राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखी. राज्यसभा के बवाल का पूरा जिक्र किया. अब आज राष्ट्रपति से मुलाकात की तैयारी है. जिसके उपरांत ही विपक्षी पार्टियां आगे की रणनीति पर निर्णय लेंगी. विपक्षी पार्टी डीएमके और उसके सहयोगी दल कृषि विधेयकों को लेकर कर रहे प्रदर्शन तमिलनाडु सरकार द्वारा राशन दुकानों को लाभ पहुंचाने के लिए लायी जा रही है ये योजना अवैध खनन रोकने में नाकाम रही गहलोत सरकार, भाजपा नेता राजेंद्र राठौर का आरोप