मुंबई: छत्रपति शिवाजी महाराज के अपमान को लेकर महाराष्ट्र के राज्यपाल का विरोध निरंतर बढ़ता जा रहा है। औरंगाबाद में मराठा समाज एवं शिवाजी महाराज को आदर्श मानने वाले व्यक्तियों ने राज्यपाल कोश्यारी का खूब विरोध किया। विरोध के चलते लोगों ने 'राज्यपाल हटाओ, महाराष्ट्र बचाओ' के नारे लगाए। इसके साथ ही शिंदे सरकार में सम्मिलित भाजपा नेता कैबिनेट मंत्री अतुल सावे के घर के बाहर ढोल बजाकर आंदोलन किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि शिंदे सरकार में सम्मिलित मंत्रियों को महापुरुषों के अपमान की आवाज सुनाई नहीं दे रही है, इसलिए ढोल बजाया जा रहा है। शिवाजी महाराज के अपमान को लेकर औरंगाबाद की सड़कों पर राज्यपाल कोश्यारी का विरोध हो रहा है। ''राज्यपाल हटाओ,महाराष्ट्र बचाओ'' का नारा लिखी तख्तियां लेकर ढोल बजाते एवं धरना प्रदर्शन देते हुए लोगों ने विरोध किया। लोगों के गुस्से को देखते हुए मंत्री अतुल सावे के निवास के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया, मगर लोगों ने ढोल बजाकर विरोध किया। बाद में ढोल की आवाज सुनकर मंत्री अतुल सावे मराठा समाज के लोगों से मिलने के लिए घर से बाहर निकले। मंत्री ने लोगों को आश्वासन दिया है कि महापुरुषों को अपशब्द बोलने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। मराठा क्रांति मोर्चा के सदस्य विनोद पाटिल ने कहा है कि जिस प्रकार महापुरुषों का प्रदेश में अपमान किया जा रहा है, उसको लेकर कैबिनेट मंत्री अतुल सावे के घर के बाहर ढोल बजाओ आंदोलन किया गया। मंत्री ने हमें इस मामले में कार्रवाई होने का आश्वासन दिया है। यदि, महापुरुषों का अपमान करने वालों पर कार्रवाई नहीं की जाती है तो आने वाले वक़्त में बड़ा आंदोलन किया जाएगा। दरअसल, राज्यपाल कोश्यारी औरंगाबाद में स्थित डॉ। बाबासाहेब अंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय के दीक्षांत कार्यक्रम में सम्मिलित हुए थे। यहां उन्होंने केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी एवं NCP सुप्रीमो शरद पवार को डी लिट की उपाधि से सम्मानित किया। 'AAP ने मतदाता सूची से काटे 450 भाजपा समर्थकों के नाम..', MCD चुनाव में मनोज तिवारी का दावा 'सभी मुस्लिम कांग्रेस को वोट करें..', गुजरात चुनाव में जामा मस्जिद के शाही इमाम की अपील 'छुई-मुई क्यों बन जाते हैं प्रधानमंत्री..', पीएम मोदी पर कांग्रेस का वार