दिनों दिन ब्रांडेड कंपनियों के मिलते-जुलते नकली उत्पाद बाजार में उपलब्ध है. पहली नजर में असली-नकली उत्पाद की पहचान करना बहुत मुश्किल होता है. यदि गौर से प्रोडक्ट पर नजर डालें, तो आप असली-नकली की पहचान कर सकते हैं. नकली और असली में कुछ न कुछ ऐसा जरूर होता है, जिसके द्वारा वह पहचान में आ जाता है. यहां हम कुछ ऐसे तरीके बता रहे हैं, जिनसे आप भी असली और नकली उत्पाद की पहचान आसानी से कर सकते हैं प्रोडक्ट के नाम और स्पेलिंग में अंतर: वहीं इस बात का पता चला यही कि ब्रांडेड कंपनियों के मिलते-जुलते नकली उत्पाद बाजार में हैं. पहली नजर में असली-नकली उत्पाद की पहचान करना बहुत मुश्किल होता है. यदि गौर से प्रोडक्ट पर नजर डालें, तो आप असली-नकली की पहचान कर सकते हैं. नकली और असली में कुछ न कुछ ऐसा जरूर होता है, जिसके द्वारा वह पहचान में आ जाता है. यहां हम कुछ ऐसे तरीके बता रहे हैं, जिनसे आप भी असली और नकली उत्पाद की पहचान आसानी से कर सकते हैं. बॉक्स पर नहीं होती डिटेल: मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ब्रांडेड कंपनियां अपने प्रोडक्ट्स की पैकिंग पर कुछ फीचर्स जैसे कोड्स, सीरियल या मॉडल नंबर, ट्रेडमार्क और पेटेंट की जानकारी देती हैं. आमतौर पर नकली प्रोडक्ट्स के बॉक्स पर इस तरह की जानकारियां नहीं दी जाती हैं. आप यदि चाहें, तो इस बारे में ऑनलाइन जानकारी ले सकते हैं. असली और नकली प्रोडक्ट्स से नंबर्स को क्रॉसचेक कर सकते हैं. इस शहर का मेयर बना सात महीने का बच्चा, माता-पिता ने ली शपथ ये है गरीबो के देश का अमीर राजा, कई पत्नियों और अरबों की संपत्ति का हैं मालिक इस शख्स ने 218 टन वजनी ट्रेन के साथ ये काम करके होने वाली पत्नी को किया इम्प्रेस