भुवनेश्वर: ओडिशा के भुवनेश्वर के चंद्रशेखरपुर में 98 वर्षीय बुजुर्ग महिला नॉनजेनेरियन अन्नपूर्णा बिस्वाल कोविड अस्पताल से वायरस को मात देकर घर लौट आई हैं. देश में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर में कई ऐसी तस्वीरें सामने आईं हैं, जो रूह कंपा देने वाली रही. अस्पतालों में ऑक्सीजन और बेड की किल्लत से परेशान होते लोगों को देखकर स्थिति की भयावहता का अंदाजा लगाया जा रहा है. ऐसे समय में ओडिशा की सबसे उम्रदराज मरीज का कोरोना को हराकर वापस आना इस वायरस से लड़ने की हिम्मत देता है. बीते दो दशकों से डायबटीज की मरीज रही अन्नपूर्णा फाइलेरिया और हाइपरटेंशन से भी ग्रसित हैं. अन्नपूर्णा 5 मई को कोविड संक्रमित पाई गई थी, हालांकि इतनी सारी बीमारियों के बाद भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और कोरोना का इलाज लेते हुए एक सप्ताह के अंदर बुधवार को अस्पताल से पूरी तरह स्वस्थ होकर निकली. अस्पताल के सूत्रों के अनुसार, अम्मा के इतनी तेज रिकवरी की सबसे बड़ा कारण उनका आत्मविश्वास था. उन्होंने बताया कि अम्मा की मजबूत इच्छा-शक्ति और हार नहीं मानने वाले रवैये ने ही उन्हें इस जंग में जीत दिलाई है. हालांकि उपचार के दौरान कई बार उनके ऑक्सीजन स्तर में उतार चढ़ाव देखा गया था, मगर इन सब से बाद भी अम्मा घबराई नहीं और उपचार करने वाले डॉक्टरों और नर्सों के साथ अच्छा सहयोग किया. एक नर्स ने बताया कि 98 वर्षीय अन्नपूर्णा राज्य की सबसे उम्रदराज़ महिला मरीज हैं, जिन्होंने वायरस से लड़कर इसे मात दी है. उन्होंने बताया कि अम्मा अस्पताल में भी हमारी ताकत थी. उन्होंने कई अन्य लोगों को उपचार के लिए प्रेरित किया, जो कोरोना से पीड़ित है.” अगले हफ्ते से लगनी शुरू हो सकती है Sputnik-V वैक्सीन, जुलाई से भारत में शुरू होगा उत्पादन क्रिकेटर ऋषभ पंत ली कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक, पोस्ट शेयर कर दी जानकारी पंजाब में आज से शुरू होगा 18 से ऊपर वाले सभी लोगों के लिए टीकाकरण अभियान