अफगानिस्तान के परवन प्रदेश में बुधवार प्रातह तक बाढ़ की वजह से 45 लोगों ने जान गवा दी है. बचाव कार्य में आर्मी जुटी हुई है. वहीं, स्थानीय लोगों ने पीड़ितों के लिए तत्काल सहायता की मांग की है क्योंकि इलाके में सहायता दल मौजूद नहीं है. राष्ट्रपति अशरफ गनी ने राज्य मंत्रालय को क्षेत्रों में तुरंत सहायता मुहैया कराने के आदेश दिए हैं. ब्राजील के राष्ट्रपति बोले- पत्रकार कमज़ोर होते हैं, उनकी कोरोना से मरने की संभावना अधिक स्वास्थ्य महकमें के प्रमुख सफीउल्लाह वारस्ता के हवाले से कहा, "अब तक 80 जख्मी को चिकित्सालय में स्थानांतरित किया गया है. जिनमें से 5 की तबीयत गंभीर होने के कारण उन्हें आगे के उपचार के लिए काबुल स्थित चिकित्सालय में स्थानांतरित कर दिया गया है."वहीं, स्थानीय अधिकारियों का हवाला देते हुए, टोलो न्यूज ने आगे बताया कि पीड़ितों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं और प्रांत की राजधानी चारीकर में दर्जनों घर और वाहन नष्ट हो गए हैं. इसके अलावा स्थानीय निवासियों का कहना है कि इलाके में अभी तक कोई बचाव दल नहीं पहुंचा है और इसलिए उन्होंने पीड़ितों के लिए तुरंत मदद की मांगी की है. ड्रैगन की चाल भांप गया श्रीलंका,, बोला- चीन का साथ देकर की गलती, अब 'इंडिया फर्स्ट' ही हमारी नीति इस पर राष्ट्रपति अशरफ गनी ने लोगों की मदद की बात की है और उनकी तरफ से इसे लेकर एक बयान दिया गया है. बयान के अनुसार, आपदा प्रबंधन और मानवीय केस के राज्य मंत्रालय को आदेश दिया गया है, कि वे बाढ़ पीड़ितों को आपातकालीन मदद प्रदान करें. वही, टोलो न्यूज ने उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह के हवाले से आगे कहा है कि बाढ़ के कारण बड़ी मात्रा में नुकसान की वजह से प्रांतीय स्तर पर आपदा प्रबंधन इस तक नहीं पहुंच सका. काबुल में सभी संबंधित सरकारी महकमें को राज्य आपदा प्रबंधन मंत्रालय के साथ समन्वय में सहायता करने के लिए निर्देशित कर दिया गया है." वो अनोखा गांव, जहां रहने वाले सभी लोग थे बौने अफ़ग़ानिस्तान की मांग, तालिबान पर संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबन्ध लागू करे पाकिस्तान राष्ट्रपति ट्रम्प ने US इकॉनमी को किया मजबूत, लेकिन फिर वैश्विक महामारी आ गई - माइक पेंस