किसी समय पूरी दुनिया को हिलाकर रख देना वाला जर्मनी अभी भी काफी ताकतवर देश है. वही, इस देश के नाजी शासन या तानाशाह हिटलर का शासन अपनी क्रूरता के लिए पूरी दुनिया में हर वक्‍त चर्चा का विषय रहा है. गैस चैंबर या फिर लोगों को फायरिंग स्‍क्‍वॉड के सामने खड़ा करके मौत के घाट उतारना इस शासन का एक घिनौना चेहरा रहा है. इस शासन के दौरान कई तरह के ऐसे गुप्‍त अंडरग्राउंड चैंबरों का पता लगा है, जहां पर कैदियों को उनका दम निकलने तक खौफनाक यातनाएं दी जाती थीं. इस तरह के एक नहीं, बल्कि कई सबूत अब तक मिल चुके हैं. कोरोना वायरस: चीन का काम देखकर खुश हुआ WHO, जमकर की तारीफ आपकी जानकारी के लिए बता दे कि हिटलर ने अपने दुश्‍मनों को मारने के लिए जो कैंप बनवाए थे उनमें से एक बुचेनवाल्‍ड में भी था. पौलेंड के Auschwitz-Birkenau के मेमोरियल और म्‍यूजियम में नाजियों की क्रूरता का एक सुबूत दिल को दहला देने वाला है. ये है एक फोटो एल्बम। यह कोई आम एल्बम नहीं है, बल्कि ये इसलिए बेहद खास है, क्‍योंकि इसका कवर इंसानी खाल का बना हुआ है. इसको पौलेंड के एक प्राइवेट कलेक्‍टर ने खोजा था. ICC Ranking: शैफाली वर्मा ने गंवाया नंबर-1 का ताज, बेथ मूनी बनी महिला टी 20 की शीर्ष बल्लेबाज़ अगर आपको नही पता तो बता दे कि उन्‍हें ये एल्बम एक पुरानी मार्केट में मिली थी। इस कलेक्‍टर का नाम पावेल क्रेजाचेकोस्‍की था. उन्‍होंने बाद में इसको म्‍यूजियम को सौंप दिया था. स्‍थानीय मीडिया को बताया कि उन्‍होंने इस एल्बम से बदबू आ रही थी. जब उन्‍होंने इस एल्बम को ध्‍यान से देखा तो उन्‍हें इसके ह्यूमन स्किन होने की जानकारी मिली. इस खाल पर इंसान के बाल तक दिखाई दे रहे थे. इस खाल पर बना टैटू तक दिखाई दे रहा था.एल्बम के इस कवर की वैज्ञानिक जांच होने के बाद जो तथ्‍य सामने आए वो बेहद चौंकाने वाले थे. इसमें पता चला कि ये कवर सेकंड वर्ल्‍ड वॉर के दौरान की थी. इस जानकारी से नाजी तानाशाह हिटलर की वो क्रूरता एक बार फिर से सामने आई है जिसकी चपेट में लाखों लोग आए थे. साथ ही, ह्यूमन स्किन से बनी इस एल्बम में 100 से अधिक फोटोग्राफ्स लगे हैं. इस स्किन को एक कार्डबोर्ड पर लगाया गया है. इसमें लगे सभी फोटो पोस्‍टकार्ड साइज के हैं. हालांकि, जब उन्‍हें ये एल्बम मिली थी तब इन पर धूल की परत मौजूद थी. कोरोना की दहशत, इटली से आ रहे जहाज की मलेशिया और थाईलैंड में एंट्री बैन कोरोना के खौफ में पी गए मिथेनॉल, अफवाह से 27 लोगों की दर्दनाक मौत कोरोना का खौफ, ईरान ने रिहा किए 70 हज़ार कैदी