यूरोपीय मुल्कों में जीवन को दोबारा पटरी पर लाने का प्रयास जारी है. इसी कड़ी में यहां के प्राइमरी विघालय में दोबारा पठन-पाठन की प्रारंभ की गई है. कोरोना वायरस संक्रमण के केस में बढ़त के बावजूद ऐसा निर्णय लिया गया है. स्कूलों में कक्षाएं छोटी कर दी गई हैं और पढ़ाए जा रहे पाठों को भी छोटा कर दिया गया. इसके अलावा संक्रमण से बचाव के लिए स्कूलों को सैनिटाइज करने की प्रक्रिया चालू है और यहां आने वाले कर्मचारी व छात्र-छात्राओं के लिए मास्क लगाना आवश्यक किया गया है. हालांकि अभिभावक अपने बच्चों को अभी विघालय भेजने को लेकर पूरी तरह तैयार नहीं हैं. वर्ल्ड वाइड ट्रेंड हो रहा है दिलजीत का एल्बम GOAT कुछ मुल्कों में छोटी-छोटी कक्षाएं चलाई गई ताकि बच्चों के मध्य दूरी बनी रहे. यूनान में 17 विघार्थी एक क्लास में रखे गए. वहीं सर्बिया और बोस्निया में 15-15 स्टूडेंट के साथ क्लासेज शुरू हुई. स्पेन और मैड्रिड में मंगलवार को ऐलान हुआ कि यह 11 हजार और टीजर्स को नियुक्त करेगा ताकि प्राइमरी स्कूलों में क्लासेज 20-20 विघार्थी के साथ चलाई जा सकती है. आज अपना पद छोड़ सकते हैं जापान के पीएम शिंज़ो आबे, काफी समय से हैं बीमार बता दे कि स्पेन के छात्र संघ ने 16,17 और 18 सितंबर को हड़ताल की घोषणा की है, क्योंकि वे विघालय प्रारंभ होने का विरोध कर रहे हैं. इसके अलावा बोस्निया में क्लासेज की अवधि को कम कर केवल 20 मिनट का किर दिया गया है. इटली में 24 लाख डेस्क का ऑर्डर दिया गया है जो अक्टूबर तक मिलेगा. यूनान में सभी प्राइमरी स्कूलों के बच्चों को रियूजेबल पानी की बोतल घर से लाने को कहा गया ताकि वे विघालय में पानी लेने से बचें जहां संक्रमण की आसार है. जापान पीएम शिंज़ो आबे ने अपने पद से दिया इस्तीफा, पेट की बीमारी से हैं ग्रसित पाकिस्तान के लिए जानलेवा बना कोरोना वायरस, हर रोज हो रही कई मौते विश्व स्तर पर तांडव मचा रहा कोरोना, जानें मौत का आंकड़ा