बोगोटा: पिछले कुछ समय से चल रहे सरकार विरोधी प्रदर्शनों को रोकने की प्रतिक्रिया से कोलंबिया में हालात बेकाबू हो चुकी है. जंहा प्रदर्शनकारियों की हिंसा व लूटपाट के चलते राजधानी बोगोटा में अराजकता की स्थितिबनती जा रही यही. वही एक पुलिस स्टेशन में बीते शुक्रवार देर रात हुए बम विस्फोट में 3 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई. जंहा दक्षिण-पश्चिमी प्रांत काकुआ के शहर सेंटेंडर डी क्विलिकोओ में हुए विस्फोट में 10 पुलिस अधिकारी घायल हो गए है. मिली जानकारी के अनुसार हम आपको बता दें कि यह शहर मादक पदार्थो की तस्करी और माफिया हिंसा के लिए जाना जाता है. फिलहाल पुलिस ने विस्फोट के लिए किसी भी सशस्त्र समूह को जिम्मेदार नहीं ठहराया है. दरअसल, 21 नवंबर 2019 को राष्ट्रपति इवान डुक के प्रति बढ़ते असंतोष को व्यक्त करने के लिए राष्ट्रीय हड़ताल का आह्वान किया गया था. जंहा इसमें लगभग पच्चीस हजार लोग शामिल हुए थे. इस दौरान भड़की हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई.राष्ट्रपति डुक द्वारा आर्थिक सुधारों से जुड़े मुद्दों को नकारे जाने के बाद इन प्रदर्शनों की शुरुआत हुई. प्रदर्शनकारियों का कहना था कि भ्रष्टाचार और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की हत्या रोकने के लिए सरकार कुछ खाकस कदम नहीं उठा रही है. वही सूत्रों का कहना है कि बीते शुक्रवार यानि 22 नवंबर 2019 दोपहर भी राजधानी बोगोटा के बोलिवर प्लाजा में हजारों लोग 'केसरलाजो' के लिए एकत्र हुए. इस दौरान पुलिस ने बल प्रयोग कर लोगों को खदेड़ने का प्रयास किया. इस पर हिंसक हुई भीड़ ने लूटपाट और आगजनी आरम्भ हो चुकी है. बता दें कि 'केसरलाजो' दक्षिणी अमेरिकी देशों में होने वाला पारंपरिक प्रदर्शन है, जिसमें लोग बर्तन लेकर अपना विरोध दर्ज कराते हैं. प्रदर्शनकारियों में शामिल 25 वर्षीय कला छात्र कैथरीन मार्टिनेज ने कहा, 'हम डुकसरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के लिए यहां उपस्थित हुए हैं. यह एक अक्षम सरकार है जो बच्चों का कत्ल करती है.' पकिस्तान में धर्म परिवर्तन पर रोक लगाने की प्रक्रिया आरम्भ विदेश मंत्री बैठक में जयशंकर ने मोटेगी के साथ की द्विपक्षीय वार्ता आतंकवाद से सबसे अधिक प्रभावित हैं ये देश, सातवें नंबर पर है भारत का नाम