अमेरिका की दिग्गज माइक्रोब्लागिंग साइट ऐसे ट्विटर अकाउंट्स जो सऊदी अरब सरकार से जुड़े थे और प्रोपगैंडा फैलाने का काम कर रहे थे उन्‍हें सस्‍पेंड कर दिया गया है. इन सभी अकाउंट्स पर आरोप है कि इन्‍होंने ट्विटर की पॉलिसी का उल्‍लंघन किया है. ये सभी अकाउंट्स गलतफहमी और अफवाहों को फैलाने में भूमिका निभा रहे हैं. ट्विटर ने करीब 5,929 अकाउंट्स को निरस्‍त कर दिया है. इसके पीछे कारण यह दिया गया है कि इनपर सऊदी अरब को लेकर चर्चा की जा रही थी. कुछ हफ्ते पहले ही अमेरिकी अधिकारियों ने तीन सऊदी नागरिकों के खिलाफ जासूसी का मामला दर्ज कराया है. अमेरिका में पेश हुआ महात्मा गाँधी की विरासत को बढ़ावा देने वाला बिल आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इससे पहले भी ट्विटर ने सऊदी अरब के कुछ ट्वीटर अकाउंट्स को सस्‍पेंड किया था. सितंबर में कंपनी ने सऊदी मीडिया से जुड़े 6 ट्वीटर अकाउंट्स सस्‍पेंड किए गए थे.इसके अलावा यूएई (UAE) और मिस्र (Egypt) के सैंकड़ों अकाउंट्स को भी सस्‍पेंड किया जा चुका है. इनपर कतर और ईरान को निशाना बनाने व सऊदी सरकार के खिलाफ अफवाह फैलाने का आरोप था. इस साल रूस, ईरान, स्‍पेन और वेनेजुएला के भी ट्विटर अकाउंट्स भी सस्‍पेंड किए गए हैं. अमेरिकी सांसद प्रमिला जयपाल से नहीं मिलेंगे विदेश मंत्री जयशंकर, सीनेटर कमला हैरिस ने की निंदा अपने बयान में ट्विटर का कहना है कि ये अकाउंट कई विषयों को लेकर भ्रामक खबरें व स्‍पैम फैला रहे थे. सितंबर में ट्विटर ने सऊदी रॉयल कोर्ट के पूर्व सलाहकार सऊद अल-कहतानी व सऊदी सरकार से जुड़े कई अकाउंट को सस्‍पेंड कर दिया था. अभी जो सस्‍पेंशन हुए हैं वे ट्विटर की साइट इंटीग्रिटी टीम द्वारा किए गए हैं. इसमें शामिल अधिकतर कंटेंट अरबी भाषा में हैं. ट्विटर ने अपने ब्‍लॉग में इन अकाउंट्स से जुड़े डाटा को भी प्रकाशित किया था. 'म्हारी छोरियों छोरों से कम हैं के', स्मोकिंग के मामले में पुरुषों से आगे निकली महिलाएं - WHO इस्लामिक सम्मेलन में शामिल नहीं हुआ पाकिस्तान, सामने आई चौंकाने वाली वजह क्लब विश्व कप के फाइनल में लिवरपूल से भिड़ेगा फ्लेमिंगो