देश ही नहीं दुनिया भर में कोरोना वायरस के खिलाफ जंग जारी है भारत में भी इस वायरस से निपटने के लिए कई एहतियात कदम उठाये जा रहे है. ये वायरस तेज़ी से अपना संक्रमण फैला रहा है जिससे दुनिया भर में कई लोगो को अपनी जान गवानी पड़ी है लेकिन ये ऐसा पहला वायरस नहीं है जिससे इतना नुक्सान हुआ है इसके पहले भी ऐसे कई वायरस संक्रमण हुए है जिससे जाएं माल को हानि हुई है आइये जानते है ऐसे ही कुछ वायरस संक्रमण के बारे में जो जानवारो से मानवो में संचरित होते है और मानव स्वास्थय के लिए हानिकारक बन जाते है .... मर्सयह वायरस भी कोरोना वायरस की ही फैमिली का माना जाता है। इसके बारे में पहली बार 2012 में पता चला जब ये सउदी अरब में फैला। इस वायरस से ग्रसित व्यक्ति को निमोनिया और कोरोना वायरस के लक्षण हो जाते हैं। इस वायरस में 40 से 50 फीसदी लोगों की मौत हो जाती हैं हंता वायरसकोरोना वायरस के बाद एक बार फिर चीन में इस वायरस के एक व्यक्ति की मौत हो गई। जिसके कारण ये एक बार फिर सुर्खियों में आ गया हैं। इस वायरस के बारे में पहली बार 1993 में पता चला था। जब अमेरिका में एक लड़का और उसकी मंगेतर इस वारस से संक्रमित होने के कारण मर गए थे। जिसके बाद कुछ ही महीनों में इस बीमारी के कारण 600 लोगों की मौत हो गई थी। यह वायरस चूहों के माध्यम से फैलता है। इबोला वायरसयह वायरस भी जानवरों से इंसानों में फैलता है। इस वायरस के बारे में पहली बार 1976 में पता चला जब कॉन्गो और सूडान के कुछ लोगों की मौत इस वायरस के कारण हो गई। साल 2014 में अफ्रीका में भी यह बहुत ही खतरनाक तरीके से फैला था। रोटावायरसविश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार हर साल इस रोग से करीब 4 लाख बच्चों की मौत हो जाती हैं। यह बच्चों के लिए खतरनाक वायरस है। इससे ग्रसित बच्चे को निमोनिया और डायरिया हो जाता है। इस बीमारी के 2 वैक्सीन बन चुके है मारबर्ग वायरसइस वायरस को साथ 19676 में खोजा गया था। यह वायरस जर्मनी की एक लैब से लीक हो गया था। यह वायरस बंदरों से इंसानों में आया था। जो व्यक्ति इस बीमारी से पीड़ित होता है उसे तेज बुखार के अलावा शरीर के अंदर अंगों के खून निकलने लगता है। जिसके कारण व्यक्ति की जान भी जा सकती है। इंफ्लूएंजाअधिकतर इस वायरस का कोई न कोई नया वायरस सामने आ जाता है। जिसके कारण हर साल करीब 5 लाख लोग इस रोग के कारण मारे जाते हैं। साल 1918 में इसका नया वायरस स्पैनिश फ्लू आया था। जिसने दुनिया की 40 फीसदी लोगों को बीमार कर दिया था और 5 करोड़ लोगों की मौत हो गई थी। एचआईवी (HIV)इसे दुनिया का सबसे खतरनाक वारयस कहा जाए तो गलत नहीं होगा। इससे संक्रमित व्यक्ति के बचने को कोई चांस नहीं होते। इससे संक्रमित 96 फीसदी लोगों की मौत हो चुकी है। 1980 से लेकर अब तक एचआईवी से संक्रमित 3.20 करोड़ लोगों की मौत हो चुकी है। आखिर क्यों स्वास्थ्य कर्मी से मारपीट कर रहे लोग ? World Health Day: पीएम मोदी ने बढ़ाया कोरोना वारियर्स का हौसला, ट्वीट में कही ये बात World Health day 2020 : कोविड-19 के चलते ये रहेगा इस साल का थीम