दिलीप सिंह वर्मा की रिपोर्ट इंदौर। प्रदेश में इन दिनों भीषण गर्मी पड रही है। जिसके चलते जन जीवन अस्त व्यवस्त हो गया है। दिन में लोगों का घर से बहार निकला दूभर हो गया है। बाजार विराने पडे हुए है, मध्य प्रदेश के कई शहरों में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार पहूंच गया है। अभी तो अप्रेल ही चल रहा है आने वाले मई और जून माह में गर्मी का पारा उच्च स्तर तक पहूंचने की संभावना है। प्रदेश के मालवा और निमाड अचंल में इन दिनों भीषण गर्मी पड रही है। खरगोन, खंडवा, बडवानी, बुरहानपुर, सेंघवा, झाबुआ, आलिराजपुर और धार जिलों में गर्मी ने हाहा कार मचा रखा है। लोगों का गर्मी से बुरा हाल है, उपर से कई जिलों में मौसम ने अलग परेशान कर रखा है कई स्थानों पर हल्की और भारी बारिश भी हो रही है। जिससे किसानों को परेशानीयों का सामना करना पड रहा है, कही धूप तो कही छांव का खेल चल रहा है। उमस और गर्मी से लोगों का जिना दूभर हो गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में पिने के पानी की किल्लत प्रारंभ हो गई है, लोगों को कई किलो मिटर दूर से पानी लाने को मजबूर होना पड रहा है। प्रदेश भर में हैंडपम्पों ने दम तोड दिया है या फिर खराब पडे हुए है, पानी के कई स्त्रोंत सूख गये है। खंडवा, खरगोन और झाबुआ कलेक्टरों ने गर्मी को देखते हुए स्कूलों का समय सुबह 7.30 बजे से 12.30 बजे तक कर दिया है। चिलचिती धूप में लोगों को घर से बहार निकलाना मुश्किल हो गया है। मध्य प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य झाबुआ जिले के पेटलावद तहसील में तो राष्ट्रीय पक्षी मौर के लिये दाना-पानी की उपयुक्त व्यवस्था नहीं होने से उनके जीवन पर संकट के बादल छा गये है। जिला प्रशासन, वन विभाग और राज्य शासन को इस और तत्काल ध्यान देकर इस राष्ट्रीय पक्षी का संरक्षण हेतु कदम उठाना चाहिए। ज्ञातव्य है कि पेटलावद तहसील में दस हजार से ज्यादा मौर पाये जाते है। गर्मी में इनको पानी और छांव की अधिक आवश्यकता होती है। मई में कर्मचारियों को मिल सकती है खुशखबरी, सरकार ने लिया ये फैसला जबरदस्ती अतिक्रमण हटाने पहुंचे अफसरों पर गिरी गाज, हुई बड़ी कार्रवाई 'कमलनाथ ने बहुत सारी योजनाएं बंद कर दी थीं, हम तो हवाई जहाज से तीर्थ करा रहे हैं', CM शिवराज