नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली राज्य सरकारों द्वारा कथित 'लव जिहाद' के खिलाफ कानून बनाने की योजनाओं के बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम ने गुरुवार को इसे छलावा और बहुसंख्यकों के एजेंडे का हिस्सा बताया है। कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री चिदंबरम ने कहा कि यह अदालतों में नहीं टिक पाएगा क्योंकि कानून में विभिन्न धर्मों के बीच विवाह को इजाजत दी गई है। चिदंबरम ने आगे कहा कि, 'लव जिहाद पर कानून एक छलावा (होक्स) है। यह देश के बहुसंख्यकों के एजेंडे का ही एक हिस्सा है। भारतीय कानून के तहत विभिन्न धर्मों के लोगों के बीच विवाह की इजाजत है, यहां तक कि कुछ सरकारों द्वारा इसे प्रोत्साहित भी किया जाता है।' चिदंबरम ने कहा कि, 'कुछ राज्य सरकारों द्वारा इसके खिलाफ कानून बनाने का प्रस्ताव देना संविधान के खिलाफ होगा।' बता दें कि भाजपा की अगुवाई में कई सरकारें लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाने की प्रक्रिया में हैं। इसमें यूपी में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने तो धर्मांतरण के खिलाफ अध्यादेश लाने का ऐलान भी कर दिया है। सूत्रों ने कहा कि ऐसा राज्य में कथित 'लव जिहाद' के मामलों की बढ़ती तादाद के मद्देनज़र किया जा रहा है, जहां मुस्लिम पुरुषों ने अपनी धार्मिक पहचान को छुपाकर हिंदू लड़कियों को लुभाया है। ऐसे मामले सबसे अधिक कानपुर और मेरठ से दर्ज किए गए हैं। WHO ने जारी की फिज़िकल एक्टिविटी गाइडलाइंस, कहा- महामारी हो या नहीं, एक्टिव रहना जरुरी देशभर में कृषि कानून का विरोध जारी, राहुल बोले- मोदी सरकार की क्रूरता के खिलाफ खड़ा हुआ देश का किसान ऑस्ट्रेलिया ने आतंकी साजिशों के आरोपी मुस्लिम मौलवी की नागरिकता की रद्द