नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने अर्थव्यवस्था में 2020-21 के दौरान 7.3 फीसद की गिरावट होने पर मंगलवार को चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यदि 2021-22 में ऐसी स्थिति से बचना है तो सरकार को अपनी गलतियां स्वीकार करते हुए विपक्ष एवं अर्थशास्त्रियों की सलाह माननी चाहिए. चिदंबरम ने अर्थव्यवस्था की लिहाज से 2021-21 को बीते चार दशक का ‘सबसे अंधकारमय’ साल कहा है और यह आरोप भी लगाया कि कोरोना महामारी के साथ ही सरकार के ‘अकुशल एवं अक्षम आर्थिक प्रबंधन’ से हालात और बदतर हो गए. कांग्रेस नेता ने कहा कि,‘‘जिसका अनुमान लगाया जा रहा था, वही हुआ. पिछले वित्त वर्ष के दौरान अर्थव्यवस्था में 7.3 फीसदी की गिरावट आई थी.’’ चिदंबरम ने कहा कि 2018-19 में GDP 140,03,316 करोड़ थी. 2019-20 में यह 145,69,268 करोड़ रुपये थी और 2020-21 में यह कम होकर 135,12,740 करोड़ रुपये हो गई. यह देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति को दर्शाता है. कांग्रेस नेता ने दावा किया कि, ‘‘साल 2020-21 बीते चार दशक में देश की अर्थव्यवस्था का सबसे अंधकारमय वर्ष रहा है. चारों तिमाही के आंकड़े अर्थव्यवस्था की कहानी बयां करते हैं.’’ चिदंबरम ने कहा कि, ‘‘गत वर्ष जब कोरोना महामारी की पहली लहर धीमी पड़ती नजर आई तो वित्त मंत्री और मुख्य आर्थिक सलाहकार अर्थव्यवस्था के पटरी पर आने की बातें करने लगे. हमने कहा था कि इकॉनमी को प्रोत्साहन पैकेज की मजबूत सहायता चाहिए.’’ पंजाब कांग्रेस में दो फाड़, दिल्ली पहुंचकर सोनिया गांधी से मिले सिद्धू झारखंड सरकार के पास कोरोना वैक्सीन खरीदने को पैसे नहीं, CM सोरेन बोले- मुफ्त में टीके दे केंद्र नहीं माना केंद्र का आदेश, बंगाल के पूर्व मुख्य सचिव बंदोपाध्याय को मिला नोटिस, पूछा- क्यों ना लें एक्शन?