नई दिल्ली: चुनाव की नज़दीकियों के चलते पक्ष-विपक्ष पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चरम पर है. इसी क्रम में आज कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ मामलों की जांच करने के कारण गुजरात उच्च न्यायालय के न्यायाधीश अकिल कुरैशी का स्थानांतरण बंबई हाई कोर्ट कर दिया गया है. कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा है कि न्यायमूर्ति कुरैशी का ट्रांसफर मोदी और शाह द्वारा ही किया गया है क्योंकि वह उन मामलों कि सुनवाई कर रहे थे जिनमें ये दोनों के ही नाम हैं. दीवाली पर शॉपिंग करने से पहले अपने क्रेडिट कार्ड के बारे में जान लें ये खास बातें कांग्रेस ने मोदी सरकार पर आरोप लगते हुए कहा कि ऐसी एक भी संस्था नहीं बची है, जहां मोदी सरकार ने हस्तक्षेप न किया हो. न्यायमूर्ति कुरैशी को लेकर विवाद उस समय और ज्यादा बढ़ गया, जब सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम ने उनके स्थानांतरण की अनुशंसा कर दी. इस बीच केंद्रीय कानून मंत्री ने न्यायमूर्ति कुरैशी से कनिष्ठ न्यायाधीश ए दवे को कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किये जाने के निर्देश जारी किए हैं. अगर इन बातों का नहीं रखा ध्यान तो आपकी ज्वेलरी हो जाएगी जब्त केंद्र सरकार के इस कदम पर गुजरात हाईकोर्ट एडवोकेट एसोसिएशन (जीएचएए) ने भी आपत्ति जताई है और न्यायमूर्ति कुरैशी के स्थानांतरण के विरोध में अनिश्चितकालीन आंदोलन का आह्वान किया है. दूसरी तरफ वकीलों के विरोध के मद्देनजर कानून मंत्रालय ने अलग से जारी अधिसूचना में कहा कि न्यायमूर्ति कुरैशी के बंबई उच्च न्यायालय में स्थानांतरण होने तक वह गुजरात उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश रहेंगे. एसोसिएशन ने सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम से न्यायमूर्ति कुरैशी के स्थानांतरण पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है. खबरें और भी:- बिना जोखिम के बढ़ाना चाहते हैं पैसा, तो यहाँ करें निवेश क्या आप भी बढ़ाना चाहते हैं अपनी क्रेडिट लिमिट, तो इन चीज़ों का रखें ध्यान एटीएम के एक्स्ट्रा चार्ज से हैं परेशान, तो ये है आपका समाधान