अब तो सभी नेता भी फिल्म 'पद्मावती' के विरोध में उतर रहे है. जैसे-जैसे फिल्म की रिलीज़ डेट करीब आ रही है वैसे-वैसे फिल्म को लेकर हंगामे बढ़ते जा रहे है. उमा भारती, सुब्रह्मण्यम स्वामी के बाद अब एक और बड़े राजनेता 'पद्मावती' के विरोध में उतर गए है. केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री 'नितिन गडकरी' ने कहा कि बेहतर होगा अगर फिल्ममेकर्स सीमा में रहें. फिल्म मेकर पर गडकरी ने आरोप लगाते हुए कहा कि, "अभिव्यक्ति की आजादी मूलभूत अधिकार जरूर है लेकिन एक सीमा में रहे तो बेहतर है." नितिन गडकरी ने आगे कहा कि, "मेकर्स को सांस्कृतिक संवेदनशीलता बनाए रखने की आवश्यकता है. फिल्म में इतिहास के साथ छेड़छाड़ नहीं किया जा सकता. लोगों को फिल्म से नाराज होने का अधिकार है." गडकरी ने अपना बयान तब दिया जब पुरे देश में फिल्म 'पद्मावती' के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा है. वही फिल्म के खिलाफ सड़को पर उतरे राजपूत घरानो के लोगो के खिलाफ कांग्रेस सांसद शशि थरुर ने दावा किया है कि, "आज जो ये तथाकथित जाबांज महाराजा एक फिल्मकार के पीछे पड़े हैं और दावा कर रहे हैं कि उनका सम्मान दांव पर लग गया है. यही महाराजा उस समय भाग खड़े हुए थे जब ब्रिटिश शासकों ने उनके मान सम्मान को रौंद दिया था." बता दे संजय लीला भंसाली द्वारा निर्मित फिल्म 'पद्मावती' 1 दिसंबर को रिलीज़ होगी. बॉलीवुड और हॉलीवुड से जुडी चटपटी और मज़ेदार खबरे, फ़िल्मी स्टार की जिन्दगी से जुडी बातें, आपकी पसंदीदा सेलेब्रिटी की फ़ोटो, विडियो और खबरे पढ़े न्यूज़ ट्रैक पर फैंस के भेजे पैसे लौटाएंगे कमल हासन मैं जो भी करना चाहती हूं, उस पर ध्यान देती हू- कैटरीना शानदार अभिनेता और इंसान थे सईद जाफरी- अनुपम खेर