बॉलीवुड ऐसी जगह है जहाँ हर साल कई फिल्मो का निर्माण होता है. लेकिन बॉलीवुड फिल्मो के प्रदर्शन से पहले उनको काफी प्रोसेसर्स से गुज़रना होता है जिसे 'सेंसर बोर्ड' कहते है. जो फिल्म्स को सर्टिफिकेट देने से पहले यह जांचते है कि फिल्म प्रदर्शन होने योग्य है या नहीं. फिल्म मैं कोई आपत्तिजनक सीन है तो उन सीन्स को कट करके या थोड़े से बदलाव करके फिल्म को सर्टिफिकेट दिया जाता है. आज का मुद्दा सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष को लेकर है. "पहलाज निहलानी" जिन्होंने यह पद 19 जनवरी 2015 को केंद्रीय बोर्ड अध्यक्ष का पद संभाला उनके पदभार सँभालने पर उन्होंने काफी सख्त रवैय्या अपनाया जिसकी वजह से वे हमेशा कॉन्ट्रोवर्सी से घिरे होते थे. दो सालो में जब भी बोर्ड मेम्बर्स की मीटिंग हुई तो निहलानी को बाहर करने की बातें हई. वैसे उनको निकालने को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है. इसलिए बताया जा रहा है कि पहलाज निहलानी फ़िलहाल सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष बने. वहीं निहलानी ने अपने बयान में यह भी कहा- की सुपरस्टार्स द्वारा स्क्रीन पर ड्रिंक या स्मोक करना आपत्तिजनक है हालांकि बाद में उन्होंने अपने बयान का खंडन किया. उन्होंने यह भी कहा कि सिर्फ फिल्मो की शुरआत में सेहत को लेकर विज्ञापन दिखाना ज़रूरी नहीं है. कई लोगो पर अपने पसंदीदा अभिनेता या अभिनेत्री देख ड्रिंक करने या स्मोक करते देख गहरा प्रभाव पड़ता है. निहलानी के अनुसार जब तक सीन में डिमांड न हो जब तक ऐसे दृश्यों को फिल्मों में दिखाने पर पाबंदी होनी चाहिए | इस वजह से हुई मशहूर एक्टर इंदर कुमार की मौत 'मुबारकां' और 'इंदु सरकार' के साथ रिलीज हुई चार फ़िल्में मूवी रिव्यु: 'चाचा-भतीजे' की जोड़ी आपको खूब हँसाएगी- मुबारकां