जयपुर. कुछ महीने पहले राजस्थान के अलवर में गोरक्षा के नाम पर पीट-पीट कर मार दिए गए व्यापारी पहलू खान हत्याकांड एक बार फिर से सुर्खियों में है. देश और विदेश के कुछ मानव अधिकार संगठनों ने पुलिस की जांच पर एक रिपोर्ट जारी की है. रिपोर्ट में कई तरह के आरोप लगाए गए हैं. रिपोर्ट में बताया गया हैं कि पहलू खान पर एक अप्रैल की रात 7 से10 बजे के बीच हमला किया गया. लेकिन रिपोर्ट अगले दिन सुबह 3.54 बजे पर दर्ज की गई. आरोप लगाया है कि पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने में देरी के साथ षड्यंत्र, हत्या की कोशिश, साक्ष्यों को नष्ट करने व डकैती जैसी मामलों की धाराए नहीं लगाईं. यही नहीं, रिपोर्ट बताती है कि पहलू खान ने 11.50 बजे बयान दिया था. इसमें उसने हमले की बात स्वीकार की थी, लेकिन पुलिस ने अस्पताल से 2.9 किमी दूर बहरोड़ पुलिस स्टेशन तक पहुंचने में चार घंटे जाया किए. पहलू खान ने दावा किया था कि उसके साथ मारपीट के दौरान कुछ पुलिसकर्मी भी मौजूद थे, लेकिन एफआईआर में उनका नाम दर्ज नहीं किया गया. पुलिस ने 5000 इनाम घोषित करने के अलावा जमीनी स्तर पर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास नहीं किया. कश्मीरी पंडितों को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका छठ पूजा का वैज्ञानिक महत्व बॉक्सर विजेंद्र ने पूछा ऐसा सवाल की सकपका गए राहुल