इस्लामाबाद : चीन को अपना मित्र मानने वाले पाकिस्तान ने चीनी नागरिकों के लिए व्यवसाय और कार्य वीजा के नियम कठोर करने की घोषणा की है.पाकिस्तान में चीनी नागरिकों की हत्या के बाद से दोनों देशों के बीच मनमुटाव और बढ़ गया है.इसकी बानगी पिछले दिनों अस्ताना में शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गेनाइजेशन समिट में देखने को मिली जब चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात नहीं की थी.नवाज शरीफ से सामना होने पर भी उन्होंने उनको नजरअंदाज कर दिया था. एक पाकिस्तानी अख़बार के अनुसार अब चीनी नागरिक को बिजनेस वीजा हासिल करने के लिए चीन स्थित पाकिस्तानी मिशन के किसी मान्यता प्राप्त संगठन का आमंत्रण प्रस्तुत करना होगा. यही नहीं पाकिस्तान ने चीन के नागरिकों के लंबी अवधि के वीजा की सीमा नहीं बढ़ाने का भी फैसला लिया है. पाकिस्तानी गृह मंत्री निसार अली खान के अनुसार देश में चीनी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और वीजा खामियों को दूर करने के लिए यह कदम उठाया गया है. सभी मंत्रालयों को यह निर्देश जारी कर दिया है. उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान और चीन के बीच अच्छी मित्रता रही है . अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी चीन हमेशा खुलकर पाकिस्तान का पक्ष लेता रहा है. हाल ही में पाकिस्तान में दो चीनी दंपति की हत्या के बाद दोनों देशों के बीच मनमुटाव बढ़ गया है.इस मामले में पाकिस्तान ने कहा कि चीनी नागरिकों ने वीजा नियमों का उल्लंघन किया था. इन दंपत्तियों ने बिजनेस वीजा पर पाकिस्तान में ईसाई धर्म का प्रचार कर रहे थे. यह भी देखें चीन-पाक रिश्ते में दरार, नवाज शरीफ से नहीं मिले चीनी राष्ट्रपति भारत के साथ ICC टूर्नामेंट का फाइनल मैच खेल पहली बार चैंपियन बना पाकिस्तान