दिल्ली. देश की राजधानी दिल्ली में 19 से 20 मार्च को होने जा रहे विश्व व्यापर संगठन के 2018 सम्मेलन में पाकिस्तान ने हिस्सा लेने से साफ़ इंकार कर दिया है. इस समिट में पाक के शामिल न होने की वजह साफ़ नज़र आती है कि आतंकवाद पनाहगार वाला यह मुल्क अपनी गलतियों को स्वीकार करना नहीं चाहता है. हाल ही में पाकिस्तान में भारतीय राजनियकों के साथ बदसलूकी का मामला सामने आया था. इस मामले को लेकर दोनों मुल्कों के बीच तनाव जारी है. अपना बचाव करते हुए पाकिस्तान ने डब्ल्यूटीओ की इस बैठक में आने से इंकार कर दिया. आपको बता दें कि पहले पाकिस्तान की ओर से वाणिज्य मंत्री मुहम्मद परवेज मलिक शामिल होने वाले थे पर अब पाकिस्तान की तरफ से कोई शामिल नहीं होगा. पाकिस्तानी अखबार 'द नेशन' की खबर के मुताबिक डब्ल्यूटीओ की होने वाली इस बैठक में पाक का कोई भी प्रतिनिधि नहीं जायेगा. पाक के एक सीनियर अधिकारी ने अखबार से कहा कि हमने इस संबंध में भारत को बता दिया है और हम अपने वाणिज्य मंत्री को भारत नहीं भेज रहे हैं. 'चोरी और फिर सीना जोरी' कुछ ऐसा ही हाल पाकिस्तान का है जिसने इस्लामाबाद में भारतीय राजनयिकों के साथ हुए उत्पीड़न वाले मामले पर उल्टा भारत को आंख दिखाई है. पाकिस्तान ने भारत पर आरोप लगाते हुए कहा कि राजनयिकों के साथ दुर्व्यवहार के विरोध में हम यह कदम उठा रहे हैं. एक अन्य अधिकारी ने कश्मीर राग अलापते हुए कहा, भारत हमें हल्के में नहीं ले सकता. वह कश्मीरियों को मारना चाहते हैं, राजनयिकों का उत्पीड़न किया जा रहा है. पाक के खिलाफ साजिश रची जाती है और फिर हमें आमंत्रित किया जा रहा है. आपको बता दें कि दिल्ली में 19 से 20 मार्च को डब्ल्यूटीओ समिट का आयोजन है, जिसके लिए भारत की ओर पाकिस्तान को आमंत्रित किया गया था. गौरतलब है कि पाकिस्तान में अक्सर भारतीय राजनियकों के बच्चों का स्कूल आते-जाते रास्ता रोकने, राजनियकों के आवास के पानी और बिजली कनेक्शन काटने जैसी हरकतें सामने आई थीं लेकिन पाकिस्तान ने उल्टा चोर कोतवाल को डांटे की तर्ज पर भारत पर ही अपने राजनयिकों को प्रताड़ित करने का आरोप लगा दिया. कॉल रिकॉर्डिंग मामले में गिरफ्तार हुआ नवाज़ का वकील Galti Se Mis-Tech : इस वेब सीरीज़ में अनीता और ऋत्विक करेंगे रोमांस नवरात्रि 2018: इस नवरात्रि आपको मिलेगा मनचाहा वर