इस्लामबाद: पाक ने बीते मंगलवार यानी 18 फरवरी 2020 को परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम क्रूज मिसाइल राड-दो का सफल परीक्षण कर लिया है. इस मिसाइल से 600 कि.मी. तक वार किया जा सकता है. जंहा यह परीक्षण भारत की ब्रह्माोस मिसाइल से बराबरी करने के लिए किया गया था. जंहा सेना के इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस के बयान के अनुसार, राड-दो हथियार प्रणाली को उन्नत निर्देश और नेविगेशन सिस्टम से लैस किया गया है. अभी तक मिली जानकारी के अनुसार पाक यह कह रहा है कि इस हथियार से जमीन और समुद्र में मारक क्षमता मजबूत हो जाएगी. जंहा अमेरिका स्थित गैर लाभकारी संगठन मिसाइल डिफेंस एडवोकेसी एलायंस के अनुसार, पाक के राड मिसाइल विकास कार्यक्रम भारत की ब्रह्माोस मिसाइल से बराबरी करने के लिहाज से किया जाएगा. वहीं पाकिस्तान वायुसेना के मिराज या एफ-16 लड़ाकू विमानों को राड-दो मिसाइल से लैस करने की योजना है. जंहा पाक ने गत माह सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल गजनवी का परीक्षण किया है. वहीं यह मिसाइल 290 कि.मी. तक मार कर सकता है. जंहा ये मिसाइल परीक्षण ऐसे समय किए जा रहे हैं, जब भारत और पाक के बीच संबंध अच्छे नहीं हैं. यही नहीं सीमा पर भी पाक लगातार संघर्ष विराम का उल्‍लंघन कर रहा है. जंहा यह भी कहा जा रहा है कि अनुच्‍छेद 370 को हटाए जाने के बाद से ही पाक हुक्‍मरानों में बेचैनी है. जंहा यही कारण है कि वे बार-बार उकसावे की कार्रवाइयों को अंजाम दिया जा रहा है. वहीं यह भी कहा जा रहा है कि पाकिस्तान की मिसाइल गजनवी का उपयोग सिर्फ जमीन से जमीन पर मार करने के लिए किया जा जाने वाला है. वहीं इस बात का पता चला है कि चीन ने M-11 मिसाइल वर्ष 1987 में पाक को दी थीं. M-11 की तकनीक का उपयोग करके पाक ने गजनवी मिसाइल का निर्माण किया है. रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक भारत को लक्ष्‍य करके बनाई गई यह मिसाइल परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है. इन सबके बावजूद पाक ने मिसाइलें भारत की मिसाइलों की मारक क्षमता के आगे बौनी हैं. भारत के पास अग्नि-2 है जिसकी रेंज 2000 से लेकर 2500 किलोमीटर तक है. पाक पड़ा परेशानी में, FATF की सिफारिश की पाकिस्तान को रखा जाए ग्रे लिस्ट में पहले किया अगवा फिर करवाया धर्म परिवर्तन, पाक के विरोध में उतरा लंदन पाक के पीएम की बढ़ी परेशानी, चीन-तुर्की-मलेशिया पर टिकी सबकी निगाहें