इस्लामाबाद: पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच बॉर्डर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. पाकिस्तान की फ़ौज ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि पाकिस्तान-अफगान बॉर्डर पर बाड़ लगाने को योजना के मुताबिक पूरा किया जाएगा क्योंकि इस अहम पहल में पाकिस्तानी शहीदों का खून शामिल है. पाकिस्तानी फ़ौज ने कहा है कि अफगानिस्तान से विदेशी सैनिकों के जाने के बाद बॉर्डर पार से आतंकवाद का खतरा बढ़ गया है और ऐसे में डूरंड रेखा पर बाड़ का काम पूरा करना आवश्यक है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मुख्य सैन्य प्रवक्ता (DG ISPR) मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार ने रावलपिंडी के जनरल हेडक्वार्टर में आयोजित की गई एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि, 'बाड़ लगाने का मकसद लोगों को बांटना नहीं, बल्कि उनकी रक्षा करना है. यह काम बॉर्डर पर शांति सुनिश्चित करने के लिए हो रहा है... इस पर काम जारी रहेगा और बाड़ यहीं रहेगी.' बता दें कि इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के महानिदेशक की ये टिप्पणी तालिबान लड़ाकों द्वारा पाकिस्तान-अफगान बॉर्डर पर बाड़ के कुछ हिस्सों को हटाने के बाद आई है. कुछ समय पहले सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो वायरल हो रहे थे, जिनमें तालिबानी लड़ाके पाकिस्तान के द्वारा लगाए गए बाड़ को उखाड़ते हुए नज़र आए थे. इसके बाद अफगान रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता और कुछ अन्य तालिबान अधिकारियों ने कहा था कि पाकिस्तान द्वारा लगाई जा रही बाड़ अवैध है क्योंकि ये दोनों ओर के कबीलों को अलग करती है. BJP में फिर से हो रही पार्टी छोड़ गए नेताओं की एंट्री आपस में भिड़े भाजपा-कांग्रेस कार्यकर्ता, पुलिस ने किया लाठीचार्ज पंजाब चुनाव: सिद्धू को घर में ही पटखनी देने का प्लान, अकाली दल ने मजीठिया को बनाया हथियार