आतंक और राजनीतिक संकट से परेशान इराक में अमेरिकी ड्रोन हमले में शीर्ष ईरानी सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद ईरान और अमेरिका के बीच तनाव के बीच पाकिस्‍तान ने कहा कि अपनी धरती का इस्‍तेमाल नहीं होने देगा. पाकिस्‍तानी सेना के प्रवक्‍ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने कहा कि हम किसी के खिलाफ अपनी धरती का इस्‍तेमाल नहीं होने देंगे. उन्होंने प्रधानमंत्री इमरान खान के हवाले से कहा कि पाकिस्तान किसी के लिए पार्टी नहीं बनेगा बल्कि शांति और शांति का ही भागीदार होगा. ईरान के साथ गहराते तनाव के बीच भारत के संपर्क में अमेरिका इस मामले को लेकर अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के दो दिनों के बाद आई है, जिसमें कहा गया कि 2014 में वाशिंगटन और काबुल के बीच हस्ताक्षरित द्विपक्षीय सुरक्षा समझौते के अनुसार अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल किसी भी राष्ट्र के खिलाफ नहीं किया जाएगा. पाकिस्तान और अफगानिस्तान दोनों ईरान के साथ सीमा साझा करते हैं, जिसमें अपने शीर्ष जनरल की हत्या का बदला लेने की कसम खाई है. लसिथ मलिंगा ने लिया बड़ा फैसला, कहा- अगर ऐसा हुआ तो ले लूंगा सन्यास..... आपकी जानकारी के लिए बता दे कि ईराक में अमेरिकी दूतावास और एयरबेस पर रॉकेट से हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रविवार को ईरान को चेतावनी दी कि उसने ईरान में 52 संभावित ठिकानों की पहचान की है. यदि तेहरान ने सुलेमानी की हत्या का बदला लेने के लिए अमेरिका के खिलाफ किसी भी हमले को अंजाम दिया, तो इसका अंजाम बहुत खतरनाक होगा. उधर, इराक (Iraq) ने भी अमेरिका (America) के खिलाफ मोर्चा खोला है. रविवार को इराकी संसद ने अमेरिकी सैनिकों को अपने यहां से हटाने के लिेए संसद का एक विशेष सत्र बुलाया है. सांसदों ने बताया कि वह इराक से अमेरिकी सैनिकों वापस भेजने के लिए सांसद वोटिंग के जरिए एक प्रस्ताव पास करेंगे. क्या आप भी सोलो ट्रैवलेर है तो किराए पर मिलेगा पार्टनर लीबिया के सैन्य स्कूल पर हुई एयर स्ट्राइक, 27 लोगों की दर्दनाक मौत पाकिस्तान: ननकाना साहिब पर हुए हमले के बाद अब सिख युवक की दर्दनाक हत्या, भारत में आक्रोश