इस्लामाबाद : अमेरिका और भारत के दबाव में पाकिस्तान ने भले ही मुंबई हमले के सरगना और जमात उद दावा प्रमुख हाफिज सईद को नजर बंद कर दिया हो, लेकिन दिल से वह उसकी नजरबंदी नहीं चाहता, इसका सबूत तब मिला, जब पाक ने हाफिज सईद की नजरबंदी बढ़ाने के अनुरोध को शनिवार को वापस ले लिया. ऐसा करके पाकिस्तान ने हाफिज पर फिर अपनी मेहरबानी दिखा दी. उल्लेखनीय है कि सईद और उसके चार सहयोगियों को 31 जनवरी को पंजाब सरकार ने आतंकवाद रोधी कानून, 1997 के तहत 90 दिन के लिए नजरबंद किया था. लेकिन पंजाब सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के संघीय न्यायिक समीक्षा बोर्ड से कहा कि सरकार को सईद और उसके चार सहयोगियों को अब और नजरबंद रखने की जरूरत नहीं है. ख़ास बात यह है कि बोर्ड ने सरकार के अनुरोध को मंजूर भी कर लिया. इस बारे में जमात-उद-दावा के प्रवक्ता याहया मुजाहिद ने कहा कि 14 अक्टूबर को सरकार ने हाफिज सईद की नजरबंदी पांचवीं बार बढ़ाए जाने के लिए दी गई अपील वापस ले ली है.फिर भी हाफिज को अक्टूबर के अंत तक नजर बंद रखा जाएगा. पाकिस्तान सरकार ने खूंखार आतंकी हाफिज सईद को नजरबंद तो कर रखा है, लेकिन उसके खिलाफ अदालत में सबूत देने में आनाकानी की जा रही है. यह भी देखें श्रीलंका की टीम नहीं चाहती है पाकिस्तान जाकर क्रिकेट खेलना परमाणु मिसाइल गठजोड़ पर सख्त कार्रवाई हो - भारत