इस्लामाबाद. पाकिस्तान भले ही दुनिया भर में अपनी सराफत का ढोंग रचते हुए खुद को शांतिप्रिय बताने की कोशिशे करता रहता है लेकिन अक्सर इस देश में आतंकवादियों को सुरक्षित पनाह देने के मामले सामने आते रहे है. अभी हाल ही में पकिस्तान के एक विश्वविद्यालय के कुलपति ने भी पाकिस्तान की सेना और आतंकवाद को लेकर ऐसा ही एक बड़ा खुलासा किया है. दीपा ने वॉल्ट इवेंट में जीता कांस्य पदक दरअसल पकिस्तान के एक प्रमुख विश्वविद्यालय के कुलपति नियाज अहमद ने हाल ही में अपने एक बयान में कहा है की पाकिस्तान में आतंकवादियों की पहुंच अब सेना के शीर्ष पदों तक बन चुकी है. उन्होंने पाकिस्तान के एक मीडिया चैनल को दिए अपने एक इंटरव्यू में कहा है कि देश में कुछ आतंवादियों ने पाकिस्तान सेना के शीर्ष पदों तक पहुंच बना ली है और यह आतंकी तालिबान के लिए काम कर रहे है. कुलपति नियाज अहमद के इस बयान के बाद से पाकिस्तान की राजनीती गरमा गई है और उनके इस बयान को लेकर लगातार विरोध और हंगामा हो रहा है. सुर्खियां: ये हैं देश और दुनिया की अब तक की सबसे बड़ी ख़बरें इस मामले में पंजाब प्रांत के गवर्नर और पाकिस्तान पंजाब विश्वविद्यालय के कुलाधिपति चौधरी मोहम्मद सरवर के पास इस मामले को लेकर एक अर्जी भी आई है जिसमे अर्जी मोहम्मद अली नाम द्वारा एक व्यक्ति ने विश्वविद्यालय के कुलपति नियाज अहमद को उनके इस बयान की वजह से उनके पद से हटाने की मांग की गई है. याचिकाकर्ता मोहम्मद अली का कहना है कि कुलपति नियाज अहमद के इस बयान से पाकिस्तानी सेना की तौहीन हुई है और इसके साथ ही देश की प्रतिष्ठा को भी हानी पहुंची है. ख़बरें और भी सरकार की ओर से बड़ी खुशखबरी, अब मात्र 48 घंटे के अंदर-अंदर जारी होगा पासपोर्ट युगांडा : झील में पलटी नाव, 22 लोगों की मौत इतिहास रचने से पहले ठीक से सो भी नहीं पाई थी मैरीकॉम, खुद किया खुलासा सुर्खियां: ये हैं देश और दुनिया की अब तक की सबसे बड़ी ख़बरें