इस्लामाबाद: मुंबई में हुए बम ब्लास्ट पर पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ के कबूलनामे से पाकिस्तान सरकार बौखला गई है. साथ ही पाकिस्तान सेना में भी हड़कंप मचा हुआ है, इसीलिए पाकिस्तानी सेना ने आज उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है. शरीफ ने पहली बार सार्वजनिक रूप से एक साक्षात्कार में माना कि पाकिस्तान में आतंकी संगठन सक्रिय हैं. शरीफ ने कहा था कि क्या पाकिस्तान को 'सरकार इतर तत्वों' को सीमा पार करने और मुंबई में लोगों की 'हत्या करने' की अनुमति देनी चाहिए. नवाज़ शरीफ के इस बयान के बाद पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने एक ट्ववीट करके पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी को उच्चाधिकार प्राप्त राष्ट्रीय सुरक्षा समिति ( एनएससी ) की बैठक बुलाने का सुझाव दिया था. बता दें कि एनएससी शीर्ष असैन्य तथा सैन्य नेतृत्व का मंच है जो महत्वपूर्ण राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा करती है. नवाज़ शरीफ के इस बयान पर पाकिस्तान की सियासी पार्टियों ने भी नवाज़ पर निशाना साधा है, विपक्षी पार्टियों का कहना है कि शरीफ ने बयान देकर मुंबई हमलों में भारतीय रूख का समर्थन किया है और देश के राष्ट्रीय हितों को नुकसान पहुंचाया है. क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान ने कहा कि शरीफ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भाषा बोल रहे हैं और देश को नुकसान पहुंचाने के लिए पाकिस्तान के दुश्मनों का समर्थन कर रहे हैं. परमाणु समझौते को लेकर ईरान के मंत्री का बड़ा बयान ट्रंप प्रशासन के इस नियम से मुसीबत में फंस जाएंगे भारतीय छात्र सार्थक साबित हुई मोदी की नेपाल यात्रा