लाहौर: पाकिस्तान में पंजाब प्रांत की सरकार ने स्कूलों में पढ़ाई जानी वाली 100 से ज्यादा पाठ्यपुस्तकों पर बैन लगा दिया है. प्रतिबंध लगाने के कारणों में ईशनिंदा (Criticism Of Allah) और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) को देश का हिस्सा नहीं दिखाने जैसी विवादित सामग्री शामिल हैं. पंजाब पाठ्यसामग्री व पाठ्यपुस्तक बोर्ड के प्रबंध निदेशक राय मंज़ूर नासिर ने बताया है कि कुछ किताबों में पाकिस्तान के क़ायद- ए-आज़म मुहम्मद अली जिन्ना और राष्ट्रीय कवि अल्लामा इक़बाल के जन्म की सही तिथि भी नहीं छपी हुई थी। साथ ही कुछ पुस्तकों में दो-राष्ट्र सिद्धांत के खिलाफ सामग्री मौजूद थी. नासिर ने कहा कि 30 समितियों ने सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में पढ़ायी जाने वाली लगभग 10,000 पुस्तकों की समीक्षा की. इनमें से कुछ किताबों का प्रकाशन ऑक्सफोर्ड, कैम्ब्रिज, लिंक इंटरनेशनल पाकिस्तान, पैरागॉन बुक्स ने किया है. बोर्ड ने इन पुस्तकों को बाजार से भी जब्त करने संबंधी आदेश जारी किया है. उन्होंने कहा कि आगामी छह महीनों के अंदर अन्य पाठ्यपुस्तकों का भी निरीक्षण किया जाएगा. वहीं, दूसरी तरफ कोरोना महामारी से पाकिस्तान भी बुरी तरह जूझ रहा है. शुक्रवार को 24 घंटों में यहां संक्रमण के 1,763 नए मामले दर्ज किए गए हैं. इसके बाद कुल संक्रमितों की तादाद 2,69,191 हो चुकी है. वहीं, बीते 24 घंटों में कोरोना से 32 लोगों की जान जा चुकी है। अब मरने वालों की संख्या 5,709 हो गई है. पाकिस्तान में कोरोना वायरस का संक्रमण सबसे अधिक पंजाब और सिंध प्रांत में पाया गया है. आज होगी Tecno ट्रू वायरलेस ईयरबड्स की लॉन्चिंग, जाने फीचर्स बंगाली एक्ट्रेस नुसरत जहां ने साझा किया मजेदार वीडियो, दोस्त मिमी भी आई नजर उत्पाती बंदरों ने ले ली 30 मेमनों की जान