'पाकिस्तान, कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस एकसाथ हैं..', PAK के रक्षा मंत्री का बयान, Video

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा न सिर्फ भारत में, बल्कि पाकिस्तान में भी हो रही है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक टीवी शो में कहा कि अनुच्छेद 370 और 35A की बहाली के लिए पाकिस्तान और भारत की नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC)-कांग्रेस गठबंधन एक साथ हैं। दरअसल, कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस इस चुनाव में अनुच्छेद 370 को चुनावी मुद्दा बना रहे हैं, हालांकि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में इसका कोई जिक्र नहीं किया, क्योंकि उसे हरियाणा, महाराष्ट्र, झारखंड में भी चुनाव लड़ना है। ऐसे में खुलकर वादा करना कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है, क्योंकि, इस 370 की वजह से ना जाने भारत के कितने नागरिक और कितने सैनिक बलिदान हुए हैं, आम जनमानस में 370 का विरोध है। हालाँकि, कांग्रेस शुरू से 370 हटने का विरोध करती रही है, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह खुलकर कह भी चुके हैं कि सत्ता मिली, तो 370 दुबारा लागू करेंगे, लेकिन अभी कांग्रेस सेफ खेल रही है, क्योंकि उसे अन्य राज्यों में हिन्दू वोट भी चाहिए, सिर्फ मुस्लिम वोटों से सत्ता नहीं मिलेगी। इसलिए कांग्रेस केवल जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने की बात कह रही है, जबकि नेशनल कॉन्फ्रेंस जोर-शोर से अनुच्छेद 370 की बहाली का वादा कर रही है। और अब इन दोनों को भारत के परम शत्रु पाकिस्तान का भी साथ मिल गया है।

 

यह स्थिति कई सवाल खड़े करती है। पाकिस्तान, जो हमेशा से भारत के खिलाफ षड्यंत्र करता रहा है, अगर किसी ख़ास नियम के लिए भारत के विपक्षी दलों का समर्थन कर रहा है, तो इसके पीछे क्या उद्देश्य हो सकता है? भारतीय जनता को इस बारे में सोचना चाहिए। अनुच्छेद 370 की बहाली से पाकिस्तान को जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ करने का रास्ता मिल जाएगा। इससे पाकिस्तानी नागरिक, कश्मीरी लड़कियों से शादी कर भारत की नागरिकता प्राप्त कर सकते हैं और आतंकवाद फैलाने में सफल हो सकते हैं। कांग्रेस से भी ये सवाल पुछा जाना चाहिए कि 370 की बहाली से जम्मू कश्मीर को फिर अलग संविधान मिल जाएगा, जो दलित समाज इस चुनाव में आज़ादी के बाद से पहली बार वोट देने जा रहा है, उसका अधिकार फिर छीन जाएगा। तो फिर भारतीय संविधान कहाँ जाएगा ? जिसे राहुल गांधी हाथ में लेकर घुमते रहते हैं। क्या राहुल गांधी, जम्मू कश्मीर में बाबा साहेब के इस संविधान को तिलांजलि देकर, अलग मजहबी संविधान का समर्थन कर रहे हैं ? जहां मोदी सरकार पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अपनाए हुए है, वहीं पाकिस्तान के नेता कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस को अपने हमदर्द के रूप में देख रहे हैं। इससे भारतीय जनता को यह समझने की जरूरत है कि जब पाकिस्तान, जो कि भारत का दुश्मन देश है, भारतीय विपक्ष का समर्थन कर रहा है, तो क्या इसके पीछे कोई गुप्त गठबंधन या रणनीति हो सकती है?

 

यहां तक कि पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद चौधरी ने भी लोकसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी का समर्थन किया था और मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने की अपील की थी। चुनावों में भारत के मुस्लिम समुदाय ने भी एकतरफा कांग्रेस गठबंधन को वोट किया था। इसके अलावा, कुख्यात आतंकी हाफिज सईद भी कांग्रेस की तारीफ कर चुका है। ऐसे में भारतीय जनता के मन में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि जब आतंकवादी और दुश्मन देश भारत के विपक्ष की तारीफ करते हैं, तो इसके पीछे क्या सन्देश हो सकता है? नीचे दिए गए वीडियो में आप देख सकते हैं कि 370 हटने से पहले जम्मू कश्मीर में हमारे जवानों का क्या हाल था, तो आम आदमी कैसे ही जीता होगा ? पाकिस्तान तो जम्मू कश्मीर में वही स्थिति चाहता है, लेकिन क्या कांग्रेस, नेशनल कांफ्रेंस भी इस नापाक साजिश में उसका साथ दे रहे हैं ?   

 

फारूक अब्दुल्ला, जो कांग्रेस के सहयोगी हैं, ने भी हमेशा भारत को पाकिस्तान से बातचीत करने की सलाह दी है। लेकिन मौजूदा सरकार का कहना है कि जब तक आतंकवाद खत्म नहीं होता, तब तक बातचीत नहीं हो सकती। अब जब अब्दुल्ला और राहुल गांधी एक गठबंधन में हैं, तो इस मामले में उनकी सोच भी एक जैसी हो सकती है। अब यह भारत की जनता पर निर्भर है कि वे इस पूरे घटनाक्रम को कैसे देखते हैं और क्या निष्कर्ष निकालते हैं, खासकर तब जब पाकिस्तान का रक्षा मंत्री खुलेआम कह रहा है कि 370 के मुद्दे पर पाकिस्तान, कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस एक साथ हैं।

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