पेशावर : पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में एक मंत्री द्वारा मंगलवार को कहा गया है कि सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) को पूर्व पार्टी सदस्य और विधायक बलदेव कुमार के भारत में राजनीतिक शरण मांगने पर कोई भी समस्या या आपत्ति नहीं है. बता दें कि कुमार अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ पिछले महीने भारत आए थे और वह इस समय पंजाब के लुधियाना जिले के खन्ना में रह रहे हैं. आपको जानकारी के लिए बता दें कि कुमार ने कहा है कि उन्होंने पाकिस्तान इसलिए छोड़ा क्योंकि अल्पसंख्यकों को ‘वहां उनके अधिकारों से वंचित रखा जाता है'. खैबर पख्तूनख्वा के सूचना मंत्री शौकत अली यूसफजई द्वारा हाल ही में इस पर मीडिया से कहा गया है कि कुमार जहां कहीं भी रहना चाहते हैं, उन्हें इसकी आजादी प्राप्त है. बता दें कि कुमार ने तीन वर्ष तक खैबर पख्तूनख्वा के स्वात जिले में पीटीआई अध्यक्ष के तौर पर काम किया था. इस मामले में आगे यूसफजई ने कहा, बलदेव कुमार का पीटीआई से कोई लेना देना नहीं है, क्योंकि उन्हें 2013 से 2018 तक खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री के विशेष सहायक रहे सरदार सोरन सिंह की हत्या में कथित भूमिका के चलते पार्टी से निलंबित किया गया था और इससे पहले कुमार द्वारा लुधियाना में संवाददाताओं से कहा गया था कि पाक आतंकवाद को समर्थन देता है और वहां मुसलमान तक भी सुरक्षित नहीं हैं. VIDEO: UNHRS में पाक के विदेश मंत्री कुरैशी ने स्वीकारा, जम्मू कश्मीर भारत का हिस्सा कश्मीर मुद्दा: पाकिस्तान ने UNHRC में पेश किया 115 पन्नों का झूठ का पुलिंदा, भारत पर लगाए ये आरोप World Cup qualifier : भारत को बड़ा झटका, अहम मुकाबले में कप्तान छेत्री का खेलना मुश्किल पाकिस्तान के बाद अब ईरान में वर्चस्व बढ़ाने की फ़िराक़ में चीन, तैनात करेगा 5000 सैनिक