इस्लामबाद: हाल ही में पाकिस्तान ने गुरु गोविंद सिंह की जयंती के अवसर पर करतारपुर स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा दरबार साहिब को बीते शुक्रवार से 3 दिनों के लिए स्थानीय गैर-सिख श्रद्धालुओं के लिए बंद रखने का निर्णय लिया है. वहीं यह गुरुद्वारा सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव का अंतिम विश्राम स्थल है. पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में करतारपुर कॉरिडोर करतारपुर स्थित दरबार साहिब को भारत में पंजाब के गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक मंदिर से जोड़ता है. जंहा इवैक्यूई ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड (ईटीबीपी) के प्रवक्ता आमिर हाशमी ने बताया कि (पाकिस्तान) सरकार ने गैर-सिख श्रद्धालुओं के लिए तीन से पांच जनवरी तक तीन दिनों के लिए करतारपुर साहिब को बंद करने का फैसला किया है, ताकि वे करतारपुर कॉम्प्लेक्स नरोवाल में विशेष रूप से एक सिख सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आयोजन गुरु गोबिंद सिंह की जयंती को विशेष रूप से आयोजित कर सकें’ ईटीबीपी पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के पवित्र स्थानों की देखभाल करता है. जंहा हाशमी ने बताया कि सरकार ने गैर-सिखों के लिए करतारपुर साहिब को बंद करने का फैसला किया है. जिससे पाकिस्तान और भारत के सिख अपने गुरु का जन्मदिन ऐतिहासिक करतारपुर परिसर में एक साथ मना सकें. वहीं जब इस बात का पता लगाया गया तो अधिकारियों ने बताया कि ‘सिख धर्म के 10 वें गुरु गोबिंद सिंह की जयंती का मुख्य कार्यक्रम 5 जनवरी 2020 को करतारपुर में आयोजित किया जाएगा. इस कार्यक्रम में 2,000 पाकिस्तानी सिखों के अलावा, ईटीपीबी और पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के पदाधिकारी भी भाग लेंगे. उन्होंने बताया कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सुरक्षा के कड़े कदम उठाए गए हैं. जकार्ता में भयावह बाढ़ से जनजीवन बेहाल, अब तक 16 की मौत, हज़ारों की जान मुसीबत में... रूस में शक्तिशाली विस्फोट, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो बांग्लादेश में फिर शुरू हुई इंटरनेट सुविधा, CAA के चलते लिया था बंद करने का फैसला