इस्लामबाद: हर दिन पाक अपनी कोई न कोई ऐसी अजीबोगरीब हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. कई बार मुंह की खाने के बाद भी वह वहीं जम्मू-कश्मीर के मुद्दे को छोड़ने तक के लिए तैयार नहीं है. जंहा मंगलवार यानी आज 25 फरवरी 2020 को जेनेवा में होने वाली संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद ( UNHRC) के सत्र से आखिरी समय पर विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी अलग हो गए. जिसके बाद माना जा रहा है कि पाकिस्तान की मानवाधिकार मंत्री शीरीन मजारी यूएन में बोलेंगी. मजारी, जिन्होंने पहले यूरोपीय संघ पर कश्मीर में भारत द्वारा मानवाधिकारों के उल्लंघन का उल्लेख नहीं करके भेदभावपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया था. माना जा रहा है कि वह वह धार्मिक उत्पीड़न के बारे में बात करने के लिए सीएए के मुद्दे को उठाएंगे. यह कानून पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से धार्मिक उत्पीड़न का शिकार हुए अल्पसंख्यकों को भारत की नागरिकता प्रदान करता है. वही यह भी कहा जा रहा है कि भारतीय प्रतिनिधि विकास स्वरुप, सचिव UNHRC को 26 फरवरी 2020 को संबोधित किया जा सकता है. जंहा पाकिस्तान के आरोपों का जवाब देंगे. वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (FATF) की तरह पाकिस्तान के पास 47 सदस्यीय यूएनएचआरसी में अपने करीबी सहयोगियों मलयेशिया और तुर्की का समर्थन नहीं है. वहीं उनका सदाबहार दोस्त चीन भी इसका सदस्य नहीं है. जंहा इस बात का पता चला है कि पाकिस्तान की मानवाधिकार मंत्री शीरीन मजारी यूरोपीय संघ में भारत के खिलाफ लगाए गए आरोपों पर कोई ठोस सबूत पेश नहीं कर पाई. वहीं भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यूरोपीय संघ के सभी मंत्रियों के साथ पिछले हफ्ते ब्रुसेल्स में अनुच्छेद 370 और सीएए पर भारत का पक्ष रखा था. वहीं यह भी कहा जा रहा है कि हालांकि पाकिस्तान भारत के खिलाफ अपना अगला कदम उठाने के लिए मार्च महीने का इंतजार कर रहा है जब चीन यूएनएससी की अध्यक्षता संभालेगा. पाक में बढ़ा कोरोना का डर, 200 लोगों को किया अलग थलग जानिए क्यों युवक ने लोगों पर चढ़ाई कार, 30 से ज्यादा लोगों को किया घायल गाजा पट्टी और सीरिया पर हुआ हवाई हमला, 6 की मौत