भारत का पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय की 10 लड़कियों के अपहरण, धर्मातरण और जबरन शादी के मामलों पर संज्ञान लेते हुए वहां के एक मानवाधिकार संगठन ने पीडि़तों के पक्ष में आवाज बुलंद की है. पाकिस्तान ने इस फिल्म की रिलीज़ पर लगाई रोक, कारण - 'ईश निंदा' इस मामले को लेकर संगठन ने लड़कियों को वापस लाने और दोषियों को सजा दिलाने की मांग की है. फैसलाबाद की संस्था ह्यूमन राइट फोकस पाकिस्तान (एचआरएफपी) ने अपहृत हिंदू लड़कियों की एक सूची तैयार की है. संस्था ने पीडि़त परिवारों का साथ देने और उन्हें न्याय दिलाने के लिए लोगों को आगे आने का आह्वान किया है. यह संस्था अल्पसंख्यकों और वंचितों के साथ भेदभाव व हिंसा के खिलाफ आवाज उठाती है. सूची में शामिल की गई 10 हिंदू लड़कियों का अपहरण पिछले साल से अब तक किया गया है. भारत ने फिर ठुकराया राष्ट्रपति ट्रम्प का प्रस्ताव, कहा- कश्मीर मामले में कोई दखल बर्दाश्त नहीं आपकी जानकारी के लिए बता दे कि पाकिस्‍तान में अल्‍पसंख्‍यक हिंदू समुदाय की नाबालिग लड़कियों के अपहरण मामले को लेकर भारत सरकार ने भी पाकिस्‍तान सरकार को चेतावनी दी थी. पाकिस्‍तान ने इस मामले पर गंभीर रुख अपनाते हुए चिंता जाहिर की थी. अपहरण की घटना को लेकर भारत सरकार ने पाक अधिकारी को समन भेजा था. इसके बाद ही पाकिस्‍तान की ओर से गंभीर चिंता जताई गई. पाकिस्‍तान की ओर से कहा गया था कि उनकी ओर से ऐसी कोशिश की जाएगी कि आगे ऐसी घटना न हो. निकाह करना चाहता है ये पाकिस्तानी हल्क, अब तक ठुकरा चुका है 300 लड़कियां सांसद तुलसी गबार्ड पर मानहानि का मुकदमा दायर, इस शख्स ने मांगा हर्जाना नेपाल में नेशनल असेंबली के लिए मतदान, इतने प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरे