इस्लामाबाद : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा जम्मू-कश्मीर को लेकर दिए गए बयान को लेकर पाकिस्तान में ही उनकी आलोचना हो रही है। दरअसल पाकिस्तान के समाचार पत्रों ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से कहा है कि वे जम्मू - कश्मीर को पाकिस्तान का हिस्सा बनाने का ख्याली पुलाव न पकाऐं। इस मामले में पाकिस्तान के प्रमुख समाचार पत्रों मे से एक समाचार पत्र द डेली टाईम्स ने संपादकीय में प्रकाशित किया है कि इस तरह की टिप्पणियां बयानबाजी से अधिक कुछ नहीं हैं। संपादकीय में यह प्रकाशित करवाया गया है कि यह केवल एक थाॅट है। इस मसले को ठंडे दिमाग से सुलझाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि वे कश्मीरियों को स्वतंत्रता संघर्ष में नैतिक समर्थन देगा और आत्मनिर्णय के अधिकार हेतु आवाज उठाना भी जारी रखेगा। समाचार पत्र में यह बात प्रकाशित की गई कि प्रधानमंत्री का रवैया ठीक है मगर कश्मीर के पाकिस्तान में विलय के बारे में बयानबाजी करना गलत है। समाचार पत्र में लिखा गया था कि इस विषय में बात करना आसान है लेकिन कश्मीर का पाकिस्तान में विलय करना मुश्कि है। इस मामले में यह सवाल भी उठाया गया है कि पाकिस्तान कश्मीरियों को क्या दे सकता है। पाकिस्तान ही स्वयं कई तरह की परेशानियों का सामना कर रहा है जो कि उसे अस्थिर कर रही हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान शासित कश्मीर को आदर्श राज्य बनाने की आवश्यकता है। समाचार पत्र में इस मसले का अच्छा समाधान निकाले जाने की बात पर जोर दिया गया था।