नई दिल्ली: आज के इस वर्तमान युग में बढ़ती जा रही कोरोना की मार से आज ऐसा कोई भी व्यक्ति नहीं है, जो परेशान न हो. इस वायरस का कहर इत्तना बढ़ चुका है कि हर दिन इसकी चपेट में 5400 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. जंहा अभी भी यह अनुमान लगाया जा रहा है कि जल्द ही इस बीमारी में निजात मिल जाएगा. यहीं नहीं न केवल इस वायरस ने लोगों के मानवीय जीवन को प्रभावित किया है, बल्कि इस वायरस के खौफ से आज पूरी दुनिया में दहशत का माहौल बन चुका है. दुनिया के 145 से अधिक देशों में फैल चुका कोरोना वायरस अब तक 5735 लोगों की जान ले चुका है. विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन के मुताबिक पूरी दुनिया में अब तक इसके 153517 मामले सामने आए हैं. अकेले चीन में इसके मरीजों की संख्‍या 81 048 हो चुकी है. चीन में इसकी वजह से अब तक 3204 लोगों की मौत हुई है.वहीं सार्क देशों में इस वायरस के प्रकोप की बात करें तो यहां पर कुल 203 मामले अब तक सामने आए हैं. इनमें भारत में 107, पाकिस्‍तान में 52, अफगानिस्‍तान में 16, मालदीव में 13, बांग्‍लादेश में 3, नेपाल, भूटान और श्री लंका में 1-1 म मामला सामने आया है. लेकिन क्‍योंकि यहां पर दुनिया की आबादी का एक बड़ा हिस्‍सा रहता है इसलिए यदि यहां पर इसका प्रकोप फैला तो यह कई लोगों की जान ले सकता है. मिली जानकारी के अनुसार यही सोचकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सार्क के सभी देशों को एकजुट होकर इससे लड़ने के लिए और इसके रोकथाम के प्रयासों को साझा करने के लिए सभी सदस्‍य देशों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग पर चर्चा की थी. इसमें पाकिस्‍तान को छोड़कर सभी देशों के प्रधानमंत्री शामिल हुए. लेकिन इसमें इमरान खान शामिल नहीं हुए बल्कि उनकी जगह पीएम के विशेष सहायक और स्‍वास्‍थ्‍य राज्‍य मंत्री जफर मिर्जा ने शिरकत की. ऐसा करके पाकिस्‍तान ने अपनी की कलई खोल दी. ऐसा इसलिए क्‍योंकि पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान बार-बार इस बात को कहते रहे हैं कि वे भारत से वार्ता करना चाहते हैं, लेकिन जब उन्‍हें एक ऐसा मंच मिला जिसमें खुद पीएम मोदी ने पहल की तो वो पीठ दिखाकर वहां से भाग खड़े हुए. दरअसल, इमरान खान ने ये फैसला कर बेहद बड़ी गलती कर दी है. इसकी वजह ये भी है कि ये एक ऐसा मंच उन्‍हें मिला था जहां से वो रिश्‍तों की नई शुरुआत कर सकते थे. यदि ऐसा होता तो ये पहली बार होता कि जब पीएम मोदी और इमरान खान दोनों ही आमने सामने होते और कोरोना वायरस पर ही सही लेकिन पाकिस्‍तान की तरफ से एक सकारात्‍मक संदेश जाता. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. सुदेश महतो का ऐलान, राज्यसभा में भाजपा का समर्थन करेगी AJSU तेलंगाना विधानसभा ने CAA के खिलाफ प्रस्ताव किया पास, केसीआर बोले करें पुनर्विचार कमलनाथ को गवर्नर लालजी टंडन ने लिखा पत्र, कहा- कल कराया जाए फ्लोर टेस्ट